नई दिल्ली: पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लेकिन इस कार्रवाई के बीच एक संवेदनशील मोड़ तब आया जब पाकिस्तान ने अपने ही नागरिकों को लेने से इनकार कर दिया। नतीजतन, अटारी-वाघा बॉर्डर पर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अटारी बॉर्डर पर इमिग्रेशन काउंटर बंद, 69 वर्षीय पाकिस्तानी की मौत
1 मई को सुबह से ही अटारी बॉर्डर के डिपोर्टेशन काउंटर बंद रहे, जिससे कई पाकिस्तानी नागरिकों को घंटों इंतजार करना पड़ा। इस दौरान गर्मी और भीड़ के बीच 69 वर्षीय पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल वहीद की हार्ट अटैक से मौत हो गई।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अब्दुल वहीद को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा श्रीनगर से अटारी लाया गया था। वह पिछले 17 वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रहा था और उसके पास एक्सपायर वीज़ा पाया गया था। उसे पाकिस्तान डिपोर्ट किया जा रहा था, लेकिन बॉर्डर पर काउंटर बंद होने और पाकिस्तान द्वारा गेट न खोले जाने की स्थिति में उसे समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल सकी।
अटारी बॉर्डर पर भीड़, गर्मी में बेहाल लोग
बॉर्डर पर इमीग्रेशन प्रक्रिया ठप पड़ने से भारत की ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। खासकर पाकिस्तान से डिपोर्ट किए जा रहे नागरिकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस जिन पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर आई थी, उनकी बस तो सीमा पार बैरिकेड के अंदर पहुंच गई, लेकिन पाकिस्तानी इमीग्रेशन गेट नहीं खोला गया। इसके कारण दोनों देशों की सीमा पर अव्यवस्था फैल गई और नागरिक गर्मी में घंटों फंसे रहे।
224 लोग भारत में दाखिल, 139 पाकिस्तान भेजे गए
इस बीच इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP), अटारी के जरिए 224 लोग भारत में प्रवेश कर गए, जिनमें भारतीय नागरिक और ऐसे पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं जिनके पास नो ऑब्लिगेशन टू रिटर्न टू इंडिया (NORI) वीज़ा था। वहीं दूसरी ओर 139 पाकिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तान रवाना किया गया है।

भारत सरकार एक्शन मोड में, सेना को मिली फ्री हैंड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारतीय सेना को भी “फ्री हैंड” दे दिया गया है। इसके साथ ही भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों की भारत में अवैध मौजूदगी की व्यापक समीक्षा शुरू कर दी है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया – इस्लामाबाद और लाहौर नो-फ्लाई ज़ोन घोषित
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान सरकार ने 2 मई तक इस्लामाबाद और लाहौर को नो-फ्लाई ज़ोन घोषित कर दिया है। जारी नोट टू एयरमैन (NOTAM) के मुताबिक, दोनों शहरों के ऊपर से सभी प्रकार की वाणिज्यिक और निजी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान सरकार किसी भी संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका के चलते सुरक्षा तैयारियों को मजबूत कर रही है।