चेन्नई, तमिलनाडु: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के नेतृत्व वाली सरकार को रविवार शाम को दो बड़े मंत्रीयों के इस्तीफे के साथ एक बड़ा झटका लगा। राज्य सरकार के दो महत्वपूर्ण मंत्री, सेंथिल बालाजी और के पोनमुडी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद राज्य सरकार ने कैबिनेट में अहम बदलाव किए हैं।

सेंथिल बालाजी का इस्तीफा क्यों?
सेंथिल बालाजी, जो कि राज्य के ट्रांसपोर्ट मंत्री थे, ने सुप्रीम कोर्ट से मिले अल्टीमेटम के बाद इस्तीफा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गंभीर आरोपों का सामना करने के दौरान पद पर बने रहने की अनुमति नहीं दी। कोर्ट की बेंच, जिसमें जस्टिस अभय एस ओका और एजी मसीह शामिल थे, ने बालाजी से स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्हें या तो अपनी सरकारी नौकरी छोड़नी होगी या फिर अपनी स्वतंत्रता का चुनाव करना होगा।
Two ministers has been dropped from the DMK government.. Senthil Balaji sacked because of condemnation from the court.. ponmudi sacked because of compulsion from public.. Senthil Balaji sacked because of abuse of power.. Ponmudi sacked because of abusing women..this is a…
— Dr Tamilisai Soundararajan (@DrTamilisai4BJP) April 27, 2025
सेंथिल बालाजी को जून 2023 में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उन पर “कैश-फॉर-जॉब्स” घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप थे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2023 में उन्हें जमानत दे दी थी, लेकिन कोर्ट ने उनके मंत्रिमंडल में बहाली पर आपत्ति जताई थी। कोर्ट ने यह आपत्ति बालाजी के खिलाफ लगे आरोपों की गंभीरता के कारण उठाई थी, जिससे उन पर दबाव बढ़ गया और अंततः उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
के पोनमुडी का इस्तीफा क्यों?
के पोनमुडी, जो राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री थे, ने भी अपनी विवादास्पद टिप्पणी के कारण इस्तीफा दिया। पोनमुडी ने शैव और वैष्णव धर्म को एक सेक्स वर्कर से जोड़ने वाली आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर मद्रास हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया। पोनमुडी की इस टिप्पणी ने राज्य भर में विवाद उत्पन्न कर दिया और उनकी आलोचना की गई। इसके बाद, डीएमके पार्टी ने उन्हें महत्वपूर्ण पद से हटा दिया था। विपक्षी दलों ने भी मंत्री के इस्तीफे की मांग की थी। इस दबाव के कारण पोनमुडी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

तमिलनाडु सरकार का कैबिनेट में बदलाव
सेंथिल बालाजी और के पोनमुडी के इस्तीफे के बाद तमिलनाडु सरकार ने कैबिनेट में अहम बदलाव किए हैं।
- एस. एस. शिवशंकर को ट्रांसपोर्ट मंत्रालय से हटाकर बिजली विभाग की जिम्मेदारी दी गई है, जो पहले सेंथिल बालाजी के अधीन था।
- एस. मुथुसामी को एक्साइज और निषेध विभाग सौंपा गया है। उन्हें यह जिम्मेदारी अब से लेकर पूरी करनी होगी।
- आर. एस. राजकन्नप्पन को वनों और खादी का कार्यभार सौंपा गया है। इसके साथ ही उन्हें दूध और डेयरी विकास से संबंधित कार्य भी देखने होंगे।
राजनीतिक प्रभाव और आगामी स्थिति
दो महत्वपूर्ण मंत्रियों के इस्तीफे से तमिलनाडु की राजनीतिक स्थिति में उथल-पुथल मच गई है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की सरकार पर विपक्षी दलों ने कई सवाल उठाए हैं और यह देखा जाएगा कि राज्य सरकार इन बदलावों के बाद अपने कामकाज को किस तरह से संभाल पाती है।