चिड़ावा, 11 मार्च 2025: फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की आमलकी एकादशी सोमवार को पुष्य नक्षत्र एवं शोभन योग में मनाई गई। इस मौके पर पुरानी बस्ती स्थित श्याम मन्दिर में भजनों की रस गंगा प्रवाहित हुई। देर रात तक चले इस धार्मिक कार्यक्रम में भक्तों ने भगवान संग फूलों की होली खेली।

मुख्य पुजारी राजू महाराज ने बताया कि एकादशी पर मन्दिर में भगवान का पंचामृत अभिषेक कर नई पोशाक बदली गई तथा फूलों से विशेष शृंगार किया गया। संध्या आरती के बाद होली के पद गायन के साथ मन्दिर में स्थानीय कलाकारों व श्याम भक्तों ने भजनों की प्रस्तुतियां दी। इसके बाद भोग लगाकर भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया।
देर रात तक चले इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य जन व श्रद्धालु शामिल हुए और श्याम बाबा के दर्शन किए। रात्रि में भजन संध्या और फाग उत्सव का आयोजन किया गया। कलाकारों ने देर रात तक बाबा श्री खाटूश्याम के मधुर भजनों की प्रस्तुति दी। भजनों की धुन पर भक्त देर रात तक थिरकते रहे। रात 12 बजे फूलों की होली का आयोजन किया गया। भक्तों ने नाचते-गाते हुए शीश के दानी श्याम बाबा को रिझाया।

इस अवसर पर पूरे मन्दिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटों से सजाया गया था। भक्तों की सुविधा के लिए प्रबंध समिति ने व्यापक व्यवस्था की थी। बारस पर भी दिन भर मन्दिर में बाबा के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा।