कीव: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष के बीच एक बार फिर हिंसा तेज हो गई है। यूक्रेन की सुरक्षा एजेंसी एसबीयू के अनुसार, हालिया ड्रोन हमलों में रूस के लगभग 40 सैन्य विमानों को निशाना बनाया गया है। इनमें रूस के रणनीतिक टीयू-95 और टीयू-22 बॉम्बर्स शामिल हैं, जिनका उपयोग लंबी दूरी की मिसाइलें दागने में किया जाता था। दूसरी ओर, रूस के हमलों में यूक्रेन के 12 सैनिकों की मृत्यु की पुष्टि हुई है।
यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसी के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि यूक्रेन ने एक समन्वित ड्रोन हमले की योजना के तहत रूस के एयरबेस को निशाना बनाया। इस कार्रवाई में रूस के मरमंस्क शहर पर भी हमले किए गए, जिसकी पुष्टि वहां के गवर्नर ने भी की है। अधिकारी के अनुसार, यह हमला रूस की मिसाइल क्षमता को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रूसी पक्ष ने भी जवाबी हमला करते हुए यूक्रेन की एक सैन्य प्रशिक्षण इकाई को निशाना बनाया है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, यह हमला रविवार को किया गया और लक्षित प्रशिक्षण केंद्र सक्रिय युद्ध क्षेत्र से लगभग 1000 किलोमीटर दूर स्थित था। इस हमले में 12 यूक्रेनी सैनिकों की मृत्यु हुई है। यूक्रेन ने घटनास्थल की जांच के लिए एक विशेष जांच आयोग के गठन की घोषणा की है।
इस बीच, दोनों देशों के बीच चल रही जंग के समाधान के लिए राजनयिक स्तर पर प्रयास भी जारी हैं। अगले सप्ताह तुर्की के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच शांति वार्ता के नए दौर की शुरुआत होने वाली है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस वार्ता से काफी उम्मीदें हैं, लेकिन यूक्रेन ने वार्ता को लेकर सतर्क रुख अपनाया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उन्हें यह स्पष्ट नहीं है कि रूस इस्तांबुल में वार्ता के दौरान क्या रुख अपनाएगा। उन्होंने रूस पर कूटनीति के माध्यम से समय बिताने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे अब युद्ध समाप्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। वहीं रूस ने कहा है कि वह वार्ता में एक मेमोरेंडम प्रस्तुत करेगा, जिससे किसी सार्थक सहमति की उम्मीद जताई जा रही है।
हालिया घटनाक्रमों से स्पष्ट है कि युद्धविराम की संभावनाओं के बीच जमीनी स्तर पर हिंसा लगातार बढ़ रही है। दोनों देश एक-दूसरे को सामरिक और राजनीतिक रूप से कमजोर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। ऐसे में आने वाली शांति वार्ता वैश्विक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।