चेन्नई, तमिलनाडु: रविवार को चेन्नई के मरीना बीच पर आयोजित एयर फोर्स एयर शो के दौरान एक बड़ी त्रासदी घटित हो गई, जब अत्यधिक गर्मी और डिहाइड्रेशन के कारण पांच लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों की तबियत बिगड़ गई। इस घटना ने तमिलनाडु की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर गहरा प्रभाव डाला है, जिसके कारण सत्तारूढ़ डीएमके सरकार और विपक्षी भाजपा के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति बन गई है।
एयर शो में भारी भीड़, असामान्य गर्मी बनी हादसे का कारण
इस एयर शो को देखने के लिए लगभग 10 लाख लोग मरीना बीच पर जमा हुए थे, लेकिन शो के दौरान अचानक हुई गर्मी और धूप की तीव्रता ने बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने सोमवार को पुष्टि की कि इस हादसे में पांच लोगों की जान चली गई है, जबकि 102 लोग बीमार हो गए, जिन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
भाजपा ने डीएमके सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
घटना के बाद, विपक्षी दल भाजपा ने इसे सरकार की विफलता करार देते हुए तीखा हमला बोला। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने इसे “राज्य प्रायोजित हत्या” तक करार दिया और कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनकी सरकार लोगों की सुरक्षा की अनदेखी कर रही है। पूनावाला ने कहा, “यह एक त्रासदी नहीं बल्कि एक राज्य प्रायोजित आपदा है। सरकार और मुख्यमंत्री वंशवाद और भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि जनता की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री को इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए जवाबदेही निभानी चाहिए।”
डीएमके ने मंदिर उत्सवों से की तुलना
दूसरी ओर, सत्तारूढ़ डीएमके ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाएं अप्रत्याशित भीड़ के कारण होती हैं, जिन पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रखा जा सकता। डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा, “यह घटना भारतीय वायुसेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान हुई। मरीना बीच पर भीड़ की संख्या काफी अधिक थी, जिसे नियंत्रित करना कठिन हो गया। ऐसी घटनाएं मंदिर उत्सवों में भी होती हैं। राज्य सरकार ने सभी आवश्यक प्रबंध किए थे और घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।”