गंगटोक, सिक्किम: सिक्किम में 16 जून को हुए बादल फटने के कारण आई बाढ़ से देशभर से घूमने आए कई पर्यटक फंस गए हैं। इनमें राजस्थान के बांसवाड़ा शहर के रहने वाले लोग भी शामिल हैं।
बाढ़ के कारण सेना ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। फिलहाल सभी फंसे हुए पर्यटक आईटीबीपी (इंडियन तिब्बतियन बर्मा पुलिस) के कैंप में सुरक्षित हैं।
बांसवाड़ा के प्रणम जैन ने लगाई मदद की गुहार
बाँसवाड़ा के बाहुबली कॉलोनी निवासी प्रणम जैन ने बुधवार रात को भास्कर से संपर्क कर इंडियन गवर्नमेंट और सेना से मदद की गुहार लगाई थी। प्रणम ने बताया कि वह अपनी पत्नी नीलम और बांसवाड़ा के हाउसिंग बोर्ड निवासी सुरेश पंचाल के परिवार के साथ सिक्किम घूमने गए थे।
4-5 दिनों तक ITBP कैंप में रहे
प्रणम ने बताया कि वे 4-5 दिन तक ITBP कैंप में सुरक्षित रहे। बुधवार को सिक्किम पुलिस और सेना ने नदी-नालों पर अस्थाई पुल बनाकर लोगों को निकालना शुरू किया। प्रणम ने बताया कि उनके साथ बांसवाड़ा के 7-8 लोग सहित देश के करीब 1500 लोग फंसे हुए थे।
20 किलोमीटर पैदल सफर कर सुरक्षित पहुंचे
प्रणम ने बताया कि बुधवार को उन्होंने करीब 20 किलोमीटर का पैदल सफर कर सुरक्षित जगह पहुंचे। रास्ते में हिमस्खलन के कारण पहाड़ों की बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़कों पर पड़ी थीं।
सिक्किम सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया
सिक्किम सरकार ने सभी फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सिक्किम पुलिस 40-50 लोगों के ग्रुप बनाकर लोगों को पुल पार करा रही है।
फोन के सिग्नल नहीं मिल रहे
वहां फंसे हुए लोगों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि फोन के सिग्नल काम नहीं कर रहे हैं। सभी नेटवर्क फेल हो चुके हैं। केवल एक बीएसएनएल का नेटवर्क वर्किंग में है, लेकिन वह भी ऊंचाई पर ही काम कर रहा है।