रूस-यूक्रेन युद्ध: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर यूक्रेन के साथ सीधी बातचीत शुरू करने का प्रस्ताव रखते हुए अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में हलचल पैदा कर दी है। 15 मई को तुर्की के इस्तांबुल में ‘बिना किसी पूर्व शर्त’ के शांति वार्ता की पेशकश करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि 2022 में शुरू हुई लेकिन अधूरी रह गई वार्ता को फिर से जीवित किया जाना चाहिए।
पुतिन ने रविवार को क्रेमलिन में मीडिया से बात करते हुए कहा,
“हम संघर्ष को समाप्त करने के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन पश्चिमी ताकतों का प्रभाव और यूक्रेन की अनिच्छा वार्ता की राह में बाधा बनी रही है। इस्तांबुल में फिर से प्रयास किया जा सकता है, बशर्ते अमेरिका हस्तक्षेप न करे।”

अमेरिकी प्रभाव और वार्ता की पिछली विफलता
2022 में जब युद्ध ने उग्र रूप धारण किया, तब एक शांति वार्ता तुर्की की मध्यस्थता में शुरू हुई थी, लेकिन अमेरिकी दबाव के चलते यूक्रेन को इससे पीछे हटना पड़ा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बाइडन प्रशासन के कड़े रुख के चलते उस समय किसी भी संधि का आधार नहीं बन पाया।
हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी और अमेरिकी नीति में बदलाव के संकेत के बाद से माहौल थोड़ा लचीला होता दिख रहा है।
जद्दा में बनी संघर्षविराम की नींव
पिछले महीने सऊदी अरब के जद्दा में रूस-यूक्रेन के प्रतिनिधियों की गोपनीय बैठक हुई थी, जहां 30 दिनों के अस्थायी युद्धविराम पर सहमति बनी। इससे एक नई वार्ता प्रक्रिया की संभावना जगी है, जो अब इस्तांबुल में आगे बढ़ सकती है।
तुर्की की भूमिका और एर्दोगन की दोहरी नीति
जहां एक ओर तुर्की राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन खुद को एक शांति निर्माता के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, वहीं भारत-पाक तनाव में उनके व्यवहार पर संदेह जताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, तुर्की पाकिस्तान को ड्रोन और हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, जिससे उनकी भूमिका पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।

यूरोपीय और अमेरिकी निगरानी में युद्धविराम
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घोषणा की कि यूरोप और अमेरिका संयुक्त रूप से इस संघर्षविराम की निगरानी करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रूस युद्धविराम का उल्लंघन करता है, तो उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
यूक्रेन में अमेरिका के विशेष दूत रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल कीथ केलॉग ने बताया कि युद्धविराम में जमीन, समुद्र और हवा से सभी सैन्य गतिविधियों पर रोक शामिल होगी।
जमीनी हालात अब भी अस्थिर
संघर्षविराम के बावजूद यूक्रेन के कई क्षेत्रों में रूस की ओर से हमले जारी हैं। सुमी और खेरसॉन क्षेत्रों में ड्रोन और तोपों से हमले हुए हैं। खेरसॉन में शनिवार को एक नागरिक की मौत की पुष्टि की गई।
कीव स्थित अमेरिकी दूतावास ने आगामी रूसी हवाई हमलों की चेतावनी जारी की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वार्ता की प्रक्रिया लंबी और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।