अयोध्या में रामनवमी का अलौकिक उत्सव, भक्ति में सराबोर हुई रामनगरी
अयोध्या, उत्तर प्रदेश: रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या नगरी में आध्यात्मिक उल्लास और आस्था का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। राम जन्मभूमि मंदिर में आयोजित श्रीराम जन्मोत्सव के इस दूसरे वार्षिक आयोजन ने न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं को, बल्कि देश-विदेश से आए लाखों रामभक्तों को भी भक्ति भाव से सराबोर कर दिया।

रामलला का सूर्य तिलक: विज्ञान और श्रद्धा का संगम
आज दोपहर ठीक 12 बजे, चैत्र शुक्ल नवमी के शुभ मुहूर्त में प्रभु श्रीराम का दिव्य सूर्य तिलक हुआ। यह क्षण चार मिनट तक चला, जब सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ललाट पर केंद्रित हुईं। इस वैज्ञानिक प्रयोग को इसरो के विशेषज्ञों द्वारा विकसित किया गया है। इससे पहले शनिवार को सूर्य तिलक का ट्रायल सफलतापूर्वक संपन्न हुआ था।
विशेष पूजन, अभिषेक और श्रृंगार
राम मंदिर में जन्मोत्सव का प्रारंभ सुबह 9:30 बजे हुआ, जब रामलला का विशेष जलाभिषेक किया गया। यह अभिषेक एक घंटे तक चला। इसके पश्चात सुबह 10:30 बजे से प्रभु श्रीराम का भव्य श्रृंगार हुआ और विभिन्न प्रकार के पुष्पों एवं आभूषणों से उन्हें सजाया गया।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर से श्री राम नवमी महोत्सव का सीधा प्रसारण Live webcast of Shri Ram Navami celebrations from Shri Ram Janmabhoomi Mandir
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) April 6, 2025
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दोपहर 12 बजे रामलला का जन्म महोत्सव आरंभ हुआ, जिसमें आरती, पूजन, सूर्य तिलक और 56 भोगों का आयोजन किया गया।
संपूर्ण अयोध्या हुई राममय
राम मंदिर ही नहीं, बल्कि अयोध्या के सभी प्रमुख मंदिरों को आकर्षक पुष्प सज्जा और रोशनी से सजाया गया। नगर के सभी प्रवेश द्वारों से लेकर राम जन्मभूमि परिसर तक का दृश्य अत्यंत भव्य एवं दिव्य प्रतीत हुआ।
हर कोने में रामनाम की गूंज, बधाई गीतों और मंत्रोच्चार से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
श्री राम नवमी पर प्रभु श्री रामलला सरकार का अभिषेक
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) April 6, 2025
Abhishek of Prabhu Shri Ramlalla Sarkar on Shri Ram Navami pic.twitter.com/bfVvars7Q9
एक लाख श्रीराम मंत्रों का जाप और भव्य धार्मिक आयोजन
इस पावन अवसर को विशेष बनाने के लिए 10 विद्वान ब्राह्मणों द्वारा एक लाख श्रीराम मंत्रों का जाप किया गया। प्रतिदिन तीन घंटे तक चलने वाले हवन से वातावरण पवित्र और ऊर्जावान हो गया।
अंगद टीला पर रामायण कथा, श्रीरामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण के पारायण सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी संपन्न हुए।
श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम
गर्मी को देखते हुए शहर में जगह-जगह छाया वाले टेंट, कूलर, पेयजल केंद्र, और जल वितरण के लिए पानी की बोतलों की व्यवस्था की गई।
साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया और विभिन्न स्थलों पर मैट बिछाए गए ताकि श्रद्धालुओं को गर्मी में असुविधा न हो।
LED वैन और स्क्रीन के माध्यम से जन्मोत्सव का लाइव प्रसारण कराया गया ताकि श्रद्धालु हर जगह से इस शुभ दृश्य के साक्षी बन सकें।

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प्रशासन की विशेष सुरक्षा और प्रबंधन योजना
रामनवमी पर श्रद्धालुओं की संख्या 25 से 30 लाख तक पहुंचने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए निकासी के लिए गेट नंबर 3 का उपयोग किया जा रहा है।