जयपुर, 1 मई 2024: राजस्थान शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
शिक्षा विभाग ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। राजस्थान में सरकारी स्कूलों की निगरानी की एक नई प्रणाली स्थापित की गई है। सचिव, स्कूल शिक्षा, कृष्ण कुणाल ने आदेश जारी किया और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और सरकारी नीतिगत निर्देशों के कार्यान्वयन के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और महत्वपूर्ण विभागीय योजनाओं की प्रगति की निरंतर निगरानी के लिए प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों को जिला प्रभारी के रूप में नियुक्त किया।
विभाग ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिनके तहत निदेशक साक्षरता एवं सतत् शिक्षा विभाग मेघराज रतनू को झुन्झुनू जिले का जिला प्रभारी नियुक्त किया गया है।
जिला प्रभारी के रूप में रतनू की मुख्य जिम्मेदारियां निम्नलिखित होंगी:
- प्रतिमाह दो दिवसीय दौरे: श्री रतनू हर महीने दो दिवसीय दौरे पर झुन्झुनू जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे।
- शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन: वे स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करेंगे, जिसमें शिक्षकों की उपस्थिति, पाठ्यक्रम का क्रियान्वयन, बुनियादी ढांचे की स्थिति, छात्रों का प्रदर्शन आदि शामिल होंगे।
- सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन: वे यह भी देखेंगे कि जिले में शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कितनी प्रभावी ढंग से हो रहा है। रिपोर्टिंग: वे अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग के मुख्यालय को सौंपेंगे, जिसमें वे पाए गए कमियों और सुधार के लिए सुझावों का उल्लेख करेंगे।
यह माना जा रहा है कि रतनू के अनुभव और विशेषज्ञता से झुन्झुनू जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था में निश्चित रूप से सुधार होगा।
यह पहल निश्चित रूप से राजस्थान के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।