चिड़ावा, 13 अप्रैल 2025: गांव गिराब, तहसील गढ़रा रोड़, जिला बाड़मेर निवासी हाकम सिंह पुत्र अर्जुन सिंह राजपुरोहित (उम्र 25 वर्ष) 01 अप्रैल को ब्रह्मा धाम आसोतरा से दोपहर 1 बजे 2500 किलोमीटर की चारधाम पदयात्रा पर निकले। हाकम सिंह पिछले सात वर्षों से मैराथन एथलीट बनने की तैयारी में जुटे हैं और अब तक 30 से अधिक मैराथन में भाग ले चुके हैं। उन्होंने पांच बार सेना में भर्ती की कोशिश की, लेकिन न्यूनतम हाइट की कमी के चलते चयन नहीं हो पाया।

अयोध्या की पदयात्रा के बाद अब चारधाम यात्रा
हाकम सिंह ने 25 दिसंबर 2023 को अपने साथी मानसिंह राठौड़ के साथ गांव गिराब से अयोध्या के लिए पदयात्रा प्रारंभ की थी और 27 जनवरी 2024 को अयोध्या पहुंचकर यात्रा पूर्ण की। अब वे उत्तराखंड के चारधाम—यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा कर रहे हैं, जिसे वे लगभग ढाई महीनों में पूरा करेंगे। इस यात्रा में वे राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड होते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
गौमाता, पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण का संदेश
इस कठिन यात्रा के माध्यम से हाकम सिंह समाज को “गौमाता बचाओ, पर्यावरण बचाओ और वन्यजीव बचाओ” का संदेश दे रहे हैं। वे प्रतिदिन सुबह 6 बजे हाथ में तिरंगा लिए यात्रा शुरू करते हैं और रात 9 बजे तक चलते हैं। दिनभर वे उपवास रखते हैं और शाम को किसी मंदिर, ढाबे या होटल पर भोजन करते हैं। इस यात्रा पर कुल खर्च करीब 40 से 50 हजार रुपये आ सकता है।
परिवार और गुरुओं से मिला आशीर्वाद
हाकम सिंह ने चारधाम पदयात्रा की शुरुआत ब्रह्मधाम आसोतरा में गादीपति तुलाराम महाराज और वेदांताचार्य धन्नाराम के आशीर्वाद से की। वे छह भाई-बहनों में तीसरे स्थान पर हैं। उनके पिता अर्जुन सिंह खेती-बाड़ी करते हैं और माता गृहिणी हैं। उन्होंने 12वीं तक शिक्षा प्राप्त की है। परिवार से आशीर्वाद लेकर वे इस आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश से युक्त यात्रा पर रवाना हुए हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे जागरूकता
हाकम सिंह अपने अनुभवों और संदेशों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी साझा कर रहे हैं। इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वे hakam_dhawak_39 नाम से सक्रिय हैं। उनका मोबाइल नंबर 7023503739 है।