क्रिकेट पर कोविड-19 का प्रभाव: कोरोना एक बार फिर डरा रहा है. देश और दुनिया में पिछले कुछ हफ्तों से इसका कहर बढ़ा है. वर्ल्ड हेल्थ ओर्गनाइजेशन (WHO) की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि दुनियाभर में पिछले एक महीने में कोविड मामलों की संख्या में 52% का इजाफा हुआ है. हर जगह इसे लेकर अब सरकारें और प्रशासन एक्शन में आ गए हैं.
कोविड के नए वैरिएंट JN.1 से यह खलबली मची हुई है. भारत में भी हर दिन इसके नए मामलों की संख्या 500 के पार ही आ रही है. फिलहाल भारत में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 4000 का आंकड़ा पार कर चुकी है. केंद्र और राज्य सरकारों ने एडवाइजरी जारी करना शुरू कर दी है और अब एक बार फिर सड़कों और बाजारों में मास्क नजर आने लगे हैं.
क्या लॉकडाउन की तरफ बढ़ रही है दुनिया?
अचानक बढ़ते हुए इन मामलों के बीच यह बहस तेज हो गई है कि क्या फिर से देश और दुनिया लॉकडाउन देखने जा रही है? या महज सीमित स्तर पर ही कुछ प्रतिबंधों के जरिए कोविड के बढ़ते प्रभाव को रोकने की योजना बनेगी? यह भी सवाल उठ रहे हैं कि अगर मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो क्या गैर जरूरी इवेंट को रोका जा सकता है यानी खेल और कला से सम्बंधित गतिविधियां कुछ समय के लिए थम जाएंगी? क्या इंटरनेशनल क्रिकेट कार्यक्रम और IPL जैसे टूर्नामेंट रद्द हो सकते हैं? तो इसका जवाब फिलहाल तो ‘न’ में ही है.
नकारात्मक पड़ता है गतिविधियां रोकने का असर
फिलहाल कोरोना का प्रकोप इतना नहीं है कि किसी भी तरह की गतिविधियों को रोकना पड़े. अगर कोरोना के मामले और ज्यादा बढ़ भी जाते हैं तो इंटरनेशनल क्रिकेट और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट बकायदा जारी रहेंगे. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कोरोना की पहली लहर के बाद देखा गया था कि लॉकडाउन और फिर लंबे समय तक कई गतिविधियों को रोकने के चलते जनजीवन ठप सा पड़ जाता है और इसका असर हर किसी पर नजर आता है. कोरोना से ज्यादा अव्यवस्थाएं और रोजी रोटी की चिंता लोगों को मार देती है. ऐसे में देश और दुनिया फिर से किसी भी तरह के लॉकडाउन या सीमित प्रतिबंधों जैसे फैसलों से बचना ही चाहेगी.
पिछली बार कोरोना के साथ ही चलती रही थी खेल गतिविधियां
भारत में जब कोरोना की दूसरी लहर में कहर अपने चरम पर था, तब भी देखा गया था कि पहली लहर के मुकाबले सख्ती बेहद कम थी. लोगों से सतर्कता और सावधानियों के साथ अपने दैनिक कार्यों और बाजार और सड़कों में निकलने को कहा जा रहा था. खेल गतिविधियां भी खाली स्टेडियमों में बकायदा फिर से शुरू कर दी गई थी. ऐसे में किसी भी तरह से इंटरनेशनल क्रिकेट और आईपीएल 2024 जैसे टूर्नामेंट के रुकने की संभावना नहीं है.
कोविड से निपटने के लिए पहले से बेहतर है तैयारी
अब देश और दुनिया में कोविड-19 से निपटने के लिए पहले से बेहतर तैयारियां भी हैं. दुनियाभर में ज्यादातर लोग कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीन भी लगवा चुके हैं. ऐसे में न तो पहले की तरह कोविड का प्रकोप देखने को मिलेगा और न ही लॉकडाउन या किसी भी तरह की खेल गतिविधियों पर कोई विराम लगेगा.