जयपुर, राजस्थान: राजस्थान की जनता को जल्द ही बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। वित्त मंत्री दिया कुमारी आगामी 10 जुलाई को प्रदेश का बजट पेश करेंगी, जिससे आम जनता को कई महत्वपूर्ण घोषणाओं की आशा है। इस बार का बजट विशेष रूप से पेट्रोल उपभोक्ताओं के लिए राहत भरा हो सकता है।
पेट्रोल की कीमतों में संभावित कमी
राजस्थान में पेट्रोल की कीमतें पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बनी हुई हैं। पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान राजस्थान पेट्रोल की ऊँची कीमतों के मामले में देश में पहले स्थान पर था। विधानसभा चुनावों में भाजपा ने इसे प्रमुख मुद्दा बनाया और सरकार बनने पर पेट्रोल की कीमतों में कमी का वादा किया।
दिसंबर 2023 में भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद दो फीसदी वैट घटाया गया था, जिससे पेट्रोल की कीमतें 109 रुपए प्रति लीटर से घटकर लगभग 105 रुपए प्रति लीटर हो गईं। फिर भी, प्रदेश में पेट्रोल पर अभी भी करीब 29 फीसदी वेट वसूला जा रहा है।
भाजपा का चुनावी वादा और आगामी बजट
भाजपा सरकार अपने चुनावी वादों के तहत पेट्रोल की कीमतों को और कम करने की दिशा में प्रयासरत है। खबरों के अनुसार, वित्त मंत्री दिया कुमारी के आगामी बजट में पेट्रोल की कीमतें 2 से 4 रुपए प्रति लीटर तक कम करने की योजना बनाई जा रही है।
पार्टी की नीति और अपेक्षाएँ
भारतीय जनता पार्टी की नीति है कि उसके द्वारा शासित किसी भी राज्य में पेट्रोल के दाम प्रति लीटर 100 रुपए से कम हों। इसलिए, राजस्थान सरकार पर भी यह दबाव है कि वह अपने राज्य में पेट्रोल की कीमतों को नियंत्रित रखे। अब देखने वाली बात यह होगी कि भजनलाल सरकार प्रदेश में पेट्रोल की कीमतें कितनी कम करने में सफल होती है।
जनता की उम्मीदें
राजस्थान की जनता इस बजट से बहुत सी उम्मीदें लगाए बैठी है। पेट्रोल की कीमतों में कमी के अलावा, विभिन्न वर्गों को भी कई प्रकार की राहत मिलने की संभावना है।
निष्कर्ष
10 जुलाई को पेश होने वाला बजट राजस्थान की जनता के लिए महत्वपूर्ण होगा। पेट्रोल की कीमतों में कमी का वादा क्या पूरा होगा, यह देखने वाली बात होगी। प्रदेशवासियों की निगाहें वित्त मंत्री दिया कुमारी के बजट भाषण पर टिकी रहेंगी। भाजपा सरकार की यह पहल क्या जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतर पाएगी, यह समय ही बताएगा।