सीकर: टोंक जिले के देवली-उनियारा में उपचुनाव के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले के विरोध में सोमवार को सीकर प्रेस क्लब के बैनर तले जिले के पत्रकारों ने एकत्रित होकर मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री भजनलाल शर्मा के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में दोषियों पर सख्त कार्रवाई, घायल पत्रकारों को मुआवजा और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की गई।
हमले के खिलाफ बढ़ता आक्रोश
ज्ञापन में बताया गया कि देवली-उनियारा में चुनाव कवरेज के दौरान पत्रकार अजीतसिंह शेखावत और कैमरामैन धर्मेंद्र कुमार पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। इस दौरान उनके कैमरे तोड़ दिए गए। यह घटना पत्रकारों के प्रति बढ़ती असहिष्णुता और असुरक्षा को दर्शाती है। सीकर प्रेस क्लब ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे मीडिया की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बताया।
पत्रकार सुरक्षा कानून की जरूरत
प्रेस क्लब के सदस्यों ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देश में पत्रकारों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। यह स्थिति न केवल पत्रकारों की सुरक्षा बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की निष्पक्षता पर भी खतरा पैदा कर रही है। पत्रकारों को अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना अनिवार्य हो गया है, ताकि वे निर्भीक होकर काम कर सकें।
घायल पत्रकारों को मुआवजा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
सीकर प्रेस क्लब ने मांग की कि देवली-उनियारा की घटना में शामिल दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही घायल पत्रकारों को सरकार की ओर से उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित पत्रकार
इस अवसर पर सीकर प्रेस क्लब के अध्यक्ष हुल्लास तिवाड़ी, मंत्री कार्तिकेय शर्मा, कोषाध्यक्ष सच्चानंद थदानी, सोहनलाल पारमुवाल, राजेंद्र गहलोत, जगदेव सिंह पंवार, सुशील जोशी, फूल सिंह निर्वाण, शंकर सेन, लक्ष्मीकांत जोशी, प्रेम सैनी, जितेंद्र माथुर, जावेद चौहान, डीपी माथुर, ज्ञानसिंह रामपुरा, संतोष सिंह चौहान, पवन सोनी, मोहम्मद रहीश, रफीक बहलीम, सूरज कुमार, साधना सेठी, नवीन, केके शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, विजय सिंह शेखावत, संदीप माथुर और कृष्ण कुमार सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।
निष्कर्ष
सीकर प्रेस क्लब ने स्पष्ट किया कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। इस घटना से आहत पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि अगर सरकार इस मामले में उचित कदम नहीं उठाती है, तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।