विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव: आज देश में लोकतंत्र का पर्व मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में 15 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इन उपचुनावों में मतदाता अपने क्षेत्र के लिए नया प्रतिनिधि चुनने जा रहे हैं। हालांकि, इन उपचुनावों के परिणाम का संबंधित विधानसभाओं पर बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा, फिर भी राजनीतिक दलों के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण परीक्षा है।
उत्तर प्रदेश: नौ विधानसभा सीटों पर हो रहा मुकाबला
उत्तर प्रदेश में कटेहरी, करहल, मीरापुर, गाजियाबाद, मझावां, सीसामऊ, खैर, फूलपुर और कुंदरकी विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। इन सीटों पर कुल 90 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सबसे अधिक 14 उम्मीदवार गाजियाबाद सीट से मैदान में हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी सीटें जीती थीं, जबकि फूलपुर, गाजियाबाद, मझावां और खैर सीटें भाजपा के खाते में गई थीं। मीरापुर सीट भाजपा की सहयोगी आरएलडी ने जीती थी।
इस उपचुनाव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की साख से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि उन्होंने अलीगढ़ की खैर सीट पर कई जनसभाएं की हैं। यह चुनाव भाजपा और विपक्षी इंडिया गठबंधन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
पंजाब: चार विधानसभा सीटों पर मतदान
पंजाब में गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल (एससी) और बरनाला विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। ये सीटें पहले कांग्रेस और आप पार्टी के पास थीं।
गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल कांग्रेस के गढ़ रहे हैं, जबकि बरनाला सीट आप पार्टी के पास थी। इन सीटों पर मुकाबला सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच दिलचस्प बना हुआ है।
केरल और उत्तराखंड: एक-एक सीट पर मतदान
केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव कांग्रेस विधायक शफी परम्बिल के लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण हो रहा है। वहीं, उत्तराखंड की केदारनाथ सीट भाजपा विधायक शैला रानी रावत के निधन के बाद खाली हुई थी।
केदारनाथ सीट पर भाजपा की आशा नौटियाल और कांग्रेस के मनोज रावत के बीच सीधा मुकाबला है। नौटियाल ने 2002 और 2007 में भाजपा से जीत हासिल की थी, जबकि 2012 में कांग्रेस की टिकट पर शैला रानी रावत ने यह सीट जीती थी।
महाराष्ट्र: नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव
महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन के बाद खाली हुई थी। कांग्रेस ने उनके बेटे रवींद्र चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने संतुक हंबार्डे को मैदान में उतारा है। यह उपचुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए एक निर्णायक मुकाबला माना जा रहा है।