गुरु नानक देव की 554वीं जयंती: सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 554वीं जयंती के मौके पर लगभग 3 हजार सिख पाकिस्तान के पंजाब प्रांत पहुंच चुके हैं. शनिवार (25 नवंबर) को सभी श्रद्धालु वाघा बॉर्डर क्रॉस करके गुरु नानक देव की जयंती का जश्न मनाने के 10 दिवसीय यात्रा पर गए हैं. वहां पर उनके स्वागत के लिए इवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के अतिरिक्त सचिव (धर्मस्थल) राणा शाहिद सलीम, पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) के प्रधान सरदार अमीर सिंह मौजूद थे.
राणा शाहिद सलीम ने कहा, ‘‘बाबा गुरु नानक की जयंती से जुड़े उत्सव में शामिल होने के लिए लगभग 3,000 भारतीय सिख यात्री यहां पहुंचे है. हमने सिख तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करने के अलावा उनकी यात्रा को सुविधजनक बनाने के लिए रहने-सहने की भी व्यवस्था की है.
उन्होंने कहा कि इस बात पर सहमति बनी है कि बाबा गुरु नानक की जयंती के लिए करीब 3,000 भारतीय सिखों को जगह दी जाएगी, लेकिन ईटीपीबी इससे ज्यादा श्रद्धालुओं को जगह देने के लिए भी तैयार है.
दस दिनों तक पाकिस्तान में रहेंगे तीर्थयात्री
सलीम ने कहा, ‘‘अगर भारत सरकार अनुमति देती है तो हम इस अवसर पर भारत से आने वाले 3,000 से ज्यादा सिखों के आवभगत के लिए तैयार हैं.” वहीं पीएसजीपीसी के अमीर सिंह ने लोगों की सुविधा के लिए दोनों देशों के बीच ट्रेन और बस सेवा फिर से शुरू करने की मांग की है. अमृतसर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य खुशमिंदर सिंह ने तीर्थयात्रियों के लिए ईटीपीबी की ओर से की गई व्यवस्था पर खुशी जाहिर की है.
पाकिस्तान पहुंचे सभी तीर्थयात्रियों को स्पेशल बसों से गुरुद्वारा जन्मस्थान ननकाना साहिब ले जाया गया. ननकाना साहिब में रविवार (26 नवंबर) से तीन दिनों तक उत्सव मनाया जाएगा. सभी तीर्थयात्री 10 दिनों की अपनी यात्रा के दौरान गुरुद्वारा पंजा साहिब, गुरुद्वारा सच्चा सौदा, गुरुद्वारा डेरा साहिब, गुरुद्वारा रोरी साहिब और गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाएंगे.