वॉशिंगटन, अमेरिका: अमेरिका ने बुधवार से स्टील और एल्युमिनियम पर आयात शुल्क को दोगुना करने की घोषणा की है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि यह निर्णय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और औद्योगिक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है।
इस आदेश के अनुसार, अब इन दोनों प्रमुख धातुओं पर आयात शुल्क 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है। यह फैसला ट्रंप के 2025 के व्यापारिक एजेंडे में अब तक की सबसे आक्रामक पहल के रूप में देखा जा रहा है।

राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाया गया कदम
व्हाइट हाउस द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि आयात शुल्क में बढ़ोतरी से घरेलू उद्योगों को मजबूती मिलेगी और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले आयातित स्टील और एल्युमिनियम के प्रभाव को कम किया जा सकेगा।
आदेश के मुताबिक,
“पहले से लागू टैरिफ को बढ़ाकर अमेरिकी धातु उद्योग को मजबूती दी जाएगी और आयातित उत्पादों के कारण उत्पन्न होने वाले जोखिमों को कम किया जाएगा।”
ट्रंप ने सार्वजनिक मंच से की थी घोषणा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते सप्ताह पेंसिल्वेनिया स्थित यूएस स्टील प्लांट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इस निर्णय की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था:
“अब कोई भी आपके उद्योग को चुरा नहीं पाएगा। हम अमेरिकी श्रमिकों के साथ खड़े हैं।”
इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय अमेरिका ट्रेड एक्सपैंसन एक्ट, 1962 की धारा 232 के तहत लिया गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में आयात पर नियंत्रण की अनुमति देता है।
ब्रिटेन को राहत, लेकिन भारत जैसे देशों पर प्रभाव तय
जहां अमेरिका ने अधिकांश देशों के लिए शुल्क को 50 प्रतिशत कर दिया है, वहीं ब्रिटेन को कुछ राहत दी गई है। ब्रिटेन के साथ पूर्ववर्ती व्यापार समझौते के तहत स्टील व एल्युमिनियम पर शुल्क 25 प्रतिशत की दर से ही लागू रहेगा।
भारत सहित अन्य देशों के लिए यह निर्णय चिंता का कारण बन सकता है, खासकर तब जब भारत ने पिछले वर्ष अमेरिका को 4.56 अरब डॉलर मूल्य के स्टील और एल्युमिनियम का निर्यात किया था। इसमें से 3.1 अरब डॉलर का निर्यात केवल स्टील का था।

भारतीय स्टील के लिए अमेरिका बड़ा बाजार, पर अब जोखिम
भारत के लिए अमेरिका एक प्रमुख निर्यात बाजार रहा है, विशेषकर स्टील के क्षेत्र में।
वर्तमान में अमेरिका में स्टील की औसत कीमत 984 डॉलर प्रति टन है, जबकि
- यूरोप में यह 690 डॉलर/टन,
- चीन में 392 डॉलर/टन,
- और भारत में 500-550 डॉलर/टन है।
एक हालिया रिपोर्ट में ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने अनुमान लगाया है कि अमेरिका में स्टील की कीमतें बढ़कर 1180 डॉलर प्रति टन तक पहुंच सकती हैं, जो अमेरिकी उपभोक्ताओं पर भी असर डालेगा।
भारत फिर ले सकता है WTO का सहारा
वर्ष 2018 में जब अमेरिका ने पहली बार स्टील पर 25% और एल्युमिनियम पर 10% शुल्क लगाया था, तब भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में नोटिस भेजा था। फरवरी 2025 में ट्रंप प्रशासन द्वारा एल्युमिनियम पर शुल्क 25% किए जाने के बाद भी भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
अब एक बार फिर शुल्क में बढ़ोतरी के बाद संभावना है कि भारत WTO में शिकायत दर्ज कर सकता है। भारत को आशंका है कि यह कदम WTO के मुक्त व्यापार सिद्धांतों के विरुद्ध है।