खेतड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती से परेशान आमजन ने शनिवार को लोयल बस स्टैंड पर धरना दिया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई को नियमित करने की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि बिजली की अघोषित कटौती कर सरकार गांव देहात के साथ अन्याय कर रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली विभाग द्वारा शहरों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक कटौती की जा रही है, जिससे गर्मी में जीवन दूभर हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार विभाग के अधिकारियों और प्रशासन को इस समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
बिजली कटौती के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है और व्यापारियों के कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने 1994 के यमुना जल समझौते के अनुसार यमुना नहर का पानी लाने के लिए पुरानी डीपीआर मंजूर करवाने, ओलावृष्टि और शीत प्रकोप से नष्ट हुई फसलों के मुआवजे की भी मांग की।
अखिल भारतीय किसान महासभा के तत्वावधान में लोयल बस स्टैंड पर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना आज सोलहवें दिन भी जारी रहा। किसानों का आरोप है कि घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली कटौती कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही बिजली सप्लाई बहाल नहीं की गई तो पावर हाउस का ताला लगाकर कामकाज ठप कर दिया जाएगा।
धरने में कामरेड रामचंद्र कुलहरि, जिला उपाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह, कामरेड रोहतास काजला, सुमेर सिंह काजला, हवलदार हंसराम, मांगेलाल, राजेंद्र शर्मा, प्रकाश, किशनलाल, सुरेश, धनसी राम, सुरेश बेरवाल, संदीप, कैलाश, रामकिशन सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।