झुंझुनूं, 2 मार्च 2025: राष्ट्रीय जाट महासंघ की महिला मोर्चा द्वारा समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने के उद्देश्य से एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शादियों में शराबबंदी, फिजूलखर्ची रोकने और दहेज प्रथा समाप्त करने पर विशेष चर्चा हुई। महासंघ की महिला पदाधिकारियों ने इन कुरीतियों को समाप्त करने के लिए समाज में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया।
महिला मोर्चा की बैठक में सामाजिक सुधार पर चर्चा
झुंझुनूं के बसंत विहार में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय जाट महासंघ महिला मोर्चा की जिला संयोजक शिक्षाविद् संतोष चौधरी लालपुरिया ने की। बैठक में ब्लॉक सलाहकार सुमन रायल कटेवा और ब्लॉक उपाध्यक्ष चंद्रकला चौधरी ने विवाह समारोहों में शराब पर प्रतिबंध लगाने, फिजूलखर्ची को नियंत्रित करने और दहेज प्रथा को खत्म करने का प्रस्ताव रखा।
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ब्लॉक प्रभारी संतोष तेतरवाल और महासचिव रितू चौधरी ने इस प्रस्ताव को मजबूती से लागू करने के लिए आवश्यक सुझाव दिए। वहीं, ब्लॉक सचिव चंद्रकला भाम्बू ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए इसे समाज में प्रभावी रूप से लागू करने पर बल दिया।
महिलाओं ने लिया सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संकल्प
बैठक के दौरान महिला पदाधिकारियों ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया। सभी महिलाओं ने इस अभियान को धरातल पर लागू करने और इसे पूरे समाज में प्रचारित करने का संकल्प लिया।
सर्वसम्मति से पारित हुआ प्रस्ताव
बैठक में मौजूद महिलाओं बनारसी देवी, सुमित्रा देवी, नरेश देवी, रामेश्वरी डारा, विमला नूनिया, सिलोचना देवी और संतोष बुडानिया ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव का समर्थन किया। महिलाओं ने समाज में बदलाव लाने के लिए मिलकर प्रयास करने और इस मुहिम को जन-जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया।
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समाज सुधार के लिए आगे आएंगी महिला पदाधिकारी
महिला मोर्चा ने निर्णय लिया कि आने वाले समय में विभिन्न गांवों और शहरों में जाकर लोगों को इन सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही, समाज सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे ताकि दहेज प्रथा, शराबखोरी और फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।