नई दिल्ली, 23 अगस्त 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। इस खास मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण और भविष्य से जुड़े फैसले लिए हैं, जो देश को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले वर्ष राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने की घोषणा की थी, जो अब भारत के अंतरिक्ष विज्ञान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन चुका है।
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की सभी को शुभकामनाएं। हम अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपने देश की उपलब्धियों को गर्व से याद करते हैं। यह हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की सराहना करने का भी दिन है।” उन्होंने आगे कहा, “हमारी सरकार ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई भविष्य से जुड़े फैसले लिए हैं और आने वाले समय में भी हम इस दिशा में और भी अहम कदम उठाएंगे।”
प्रधानमंत्री के इस संदेश ने देश के लोगों में गर्व और उत्साह का संचार किया, खासकर उन वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के बीच जिन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
केंद्रीय मंत्रियों ने इसरो की सफलता को किया याद
पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की हालिया सफलताओं की सराहना की। उन्होंने भारत के चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ की सफलता में चार केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) के योगदान को भी याद किया। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, “मेरे मंत्रालय के तहत चार सीपीएसई – इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड (आईएल), एफसीआरआई, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल), और हिंदुस्तान मशीन टूल्स (एचएमटी) ने चंद्रयान -3 की सफलता के लिए आवश्यक उत्पादों की आपूर्ति की, जो इस मिशन का अभिन्न हिस्सा थे।”
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। कुमारस्वामी के इस बयान से स्पष्ट होता है कि देश के विभिन्न संस्थानों ने मिलकर भारत को अंतरिक्ष में वैश्विक मंच पर मजबूती से खड़ा किया है।
अन्य केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिक्रियाएं
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, डॉ. मनसुख मांडविया, और नितिन गडकरी ने भी अपनी खुशी और गर्व व्यक्त किया। हरदीप सिंह पुरी ने पोस्ट करते हुए कहा, “हम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के मौके पर इसरो की यात्रा का जश्न मना रहे हैं। बैलगाड़ी से रॉकेट उपकरण को ले जाने से लेकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग तक, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम ने नई ऊंचाई हासिल की।”
उन्होंने आगे कहा कि इसी दिन एक साल पहले चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस लैंडिंग साइट का नाम ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ रखा था, जो इसरो की अद्वितीय उपलब्धियों का एक और प्रतीक है।
भारत का अंतरिक्ष सफर: एक गर्व का विषय
भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम पिछले कुछ दशकों में अत्यधिक प्रगति कर चुका है। इसरो की सतत मेहनत और समर्पण के चलते आज भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की घोषणा न केवल इस उपलब्धि का उत्सव है, बल्कि यह आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण कदम उठाने की प्रेरणा भी देता है।