नरहड़: रमजान के चांद की तस्दीक के साथ ही आज माह ए रमजान का पहला रोजा शुरू हो गया है। इस्लाम धर्म के सबसे पाक माह रमजान के चांद दीदार होने पर लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। सोमवार की देर शाम चांद दिखते ही मुस्लिम भाई-बहन उत्साह के साथ घरों में रोजा रखने की तैयारीयों में जुट गए। रात ही से मस्जिदों में तरावीह भी शुरू हो गई। अमन चैन, भाई चारे व साम्प्रदायिक सौहार्द का पैगाम देने वाले रमजान में पूरे एक माह तक मोमीन भाई रोजा रखते हैं।
नरहड़ दरगाह सहित क्षेत्र की अन्य मस्जिदों में सोमवार देर रात को सैंकड़ों लोगों ने रोजे की नीयत से तरावीह की नमाज अदा की। देर रात तक मुस्लिम भाई-बहनों ने अपने घरों में कुरान ए पाक की तिलावत करते हुए मुल्क की खुशहाली, अमनो-अमन व आपसी भाईचारे की दुआएं करते हुए अकीदत पेश की।
मुस्लिम धर्मावलंबियों के लिए नरहड़ दरगाह राजस्थान की दूसरी सबसे बड़ी दरगाह है। नरहड़ दरगाह के आस्ताने में इबादत करना रोजेदार बड़ी खुशनसीबी की बात समझते हैं। दरगाह में पहले रमजान से ही तमाम रस्मों की अदायगी की शुरुआत हो जाएगी। रहमत और बरकत के इस महीने में रोजेदार अल्लाह से मगफिरत की दुआ करके अपने सभी गुनाहों की माफी मांगते हैं।
नरहड़ दरगाह ख़ादिम परिवार की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि रमजान का पहला रोजा 12 मार्च को सुबह शुरू होगा, जिसकी खत्म सहरी का समय सुबह 5:35 बजे है और रोजा इफ्तारी का समय शाम 6:54 बजे होगा। दरगाह ख़ादिम और हजरत हाजिब शकरबार शाह नरहड़ दरगाह सेवा फाउंडेशन के निदेशक शाहिद पठान ने बताया कि रमजान का महीना बहुत ही रहमतों व बरकतों का महीना है। इस माह में एक नेकी के बदले 70 नेकियों के बराबर सवाब मिलता है।
दरगाह सेवा फाउंडेशन की ओर से रमजान के पवित्र माह में रोजेदारों के लिए विशेष इंतजाम करते हुए रोजा इफ्तार का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। फाउंडेशन द्वारा जानकारी दी गई है कि 26वें रमजान को इफ्तार व सेहरी का विशेष कार्यक्रम होगा।