पिलानी: भीषण गर्मी में पानी की बूंद बूंद के लिए संघर्षरत पिलानी ब्लॉक के ग्रामीण अब आन्दोलन की राह पर हैं। पांथड़िया में आज ग्रामवासियों ने बैठक कर आन्दोलन की रणनीति बनाई। ग्रामवासी इस मसले पर जल्दी ही जिला कलेक्टर, संभागीय आयुक्त, जिले के प्रभारी सचिव और मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे।
जल के लिए संघर्ष विषय पर वार्ता के लिए आयोजित बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में पार्षद राजकुमार नायक को आमंत्रित किया गया था। राजकुमार नायक ने लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि गिरते जा रहे भूजल स्तर के चलते झुंझुनू जिले के पिलानी ब्लॉक को डेंजर जोन में शामिल किया गया है। गहराते जल संकट से लोग अब यहां से पलायन की सोचने लगे हैं। ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए बताया कि गांव में जलापूर्ति की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। अपने स्तर पर जब टैंकर मंगवाते हैं तो वो भी 2 दिन की एडवांस बुकिंग के बाद ही आपूर्ति कर रहे हैं। पानी का 1 टैंकर जो पहले 400 रुपए तक आ रहा था, उसके लिए अब 600 रुपए तक भुगतान करना पड़ रहा है।
पार्षद राजकुमार नायक ने ग्रामीणों को जानकारी दी कि पेयजल आपूर्ति के लिए एकमात्र रास्ता कुम्भाराम लिफ्ट कैनाल ही है। राज्य की पिछली सरकार में पिलानी ब्लॉक को कुम्भाराम लिफ्ट कैनाल से पानी उपलब्ध करवाने के लिए डीपीआर की कार्रवाई हो गई थी। टेंडर के लिए भी स्वीकृति जारी की गई थी, लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद इस मुद्दे पर प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर कोई प्रगति नहीं हो रही। यह परियोजना अगर शुरू कर दी जाए तो पिलानी शहर और ब्लॉक के कई गांवों को पीने का पर्याप्त पानी मिल सकता है।
पांथड़िया के ग्रामीणों ने संघर्ष समिति का गठन कर निर्णय लिया की भीषण जल त्रासदी के समाधान के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिल कर क्षेत्र के लिए स्वीकृत हो चुकी कुम्भाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना को पूरा करने की मांग की जायेगी। बैठक में विनोद भड़िया, मांगेलाल शर्मा, मूलचंद मेघवाल, जयप्रकाश, इंद्रसिंह, विजय सिंह, संतुसिंह, गुलाब सिंह, संजय सिंह, सुरेश सिंह, रामकरण, वासुदेव, महेश शर्मा, मुकेश शेखावत, भलाराम, पन्नालाल, रेवत सिंह, होशियार सिंह, बलबीर सिंह, राजेश पूनिया, हेतराम पारीक आदि मौजूद रहे।