नई दिल्ली: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को और सख्त करते हुए वैश्विक स्तर पर निर्णायक कदम उठाए हैं। इस क्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इटली के मिलान में आयोजित एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) की वार्षिक बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण नेताओं से मुलाकात की।

आतंक को आर्थिक सहायता देने वाले देशों पर लगेगी रोक: ADB अध्यक्ष से भारत की मांग
मिलान में एशियन डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष मासातो कांडा से मुलाकात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ शब्दों में कहा कि ऐसे देशों को अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहायता नहीं दी जानी चाहिए, जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आतंकवाद को संरक्षण या समर्थन देते हैं। यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ रणनीतिक वैश्विक मुहिम का हिस्सा है।
भारत की इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाएं उन देशों को सहायता देने से पहले यह मूल्यांकन करें कि उनका आतंकवाद से क्या संबंध है। इसके लिए FATF (Financial Action Task Force) की ग्रे लिस्ट प्रक्रिया को भी सख्त करने पर भारत जोर दे रहा है।
Union Minister for Finance and Corporate Affairs Smt. @nsitharaman met H.E. Giancarlo Giorgetti @mef_gov, the Minster of Economy and Finance of Italy, on the sidelines of #ADBAnnualMeeting, in Milan, today. Both the leaders explored ways to strengthen India-Italy economic ties,… pic.twitter.com/klPK70OW3C
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) May 5, 2025
इटली के वित्त मंत्री से भी हुई वार्ता
निर्मला सीतारमण ने इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोर्जेट्टी से भी इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। भारत ने अनुरोध किया कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों पर सामूहिक अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जाए। बैठक में यह सहमति बनी कि आर्थिक सहायता को सुरक्षा और वैश्विक स्थिरता से जोड़ना अब समय की मांग है।
अन्य आर्थिक मुद्दों पर भी हुई चर्चा
ADB अध्यक्ष से मुलाकात में वित्त मंत्री ने भारत के आर्थिक सुधारों जैसे:
- इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड,
- कॉरपोरेट टैक्स में कटौती,
- जीएसटी सुधार,
- स्टार्टअप योजनाओं
जैसे विषयों पर चर्चा की और ADB को भारत में नई फाइनेंसिंग तकनीकों व मॉडल्स को अपनाने का निमंत्रण दिया।
इस मुलाकात की विस्तृत जानकारी वित्त मंत्रालय द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य और कूटनीतिक प्रतिक्रियाएं
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में सेना के जवानों पर निशाना साधा गया। इस हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया सख्त हुई है:
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया कि सेना को खुली छूट दी गई है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में थल सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुखों से अलग-अलग बैठकें की हैं, जो कि बड़ी सैन्य कार्रवाई के संकेत माने जा रहे हैं।
- सीमा पर सेना की तैनाती बढ़ाई गई है और गश्त को सघन किया गया है।

कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की सक्रियता
भारत इस समय कई वैश्विक मंचों पर सक्रिय हो गया है:
- FATF के माध्यम से पाकिस्तान जैसे देशों पर दबाव बढ़ाना।
- मुस्लिम देशों से सकारात्मक संबंध बनाए रखना, हालांकि तुर्की की भूमिका पर चिंता।