बलूचिस्तान, पाकिस्तान: बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बार फिर पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को खुली चुनौती दी है। बीते 24 घंटे में बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना पर दूसरा बड़ा हमला करते हुए सात सैनिकों के मारे जाने का दावा किया है। यह हमला बलूचिस्तान के बोलान जिले के माछकुंड इलाके में किया गया, जहां BLA की स्पेशल टैक्टिकल ऑपरेशंस स्क्वैड ने पाक सेना के वाहन को रिमोट कंट्रोल से उड़ाकर गंभीर क्षति पहुंचाई।

हमला मिलिट्री ऑपरेशन से ठीक पहले
बताया जा रहा है कि यह हमला उस समय हुआ जब पाकिस्तानी सेना किसी बड़े सैन्य अभियान की तैयारी कर रही थी। बलूच लिबरेशन आर्मी की सटीक रणनीति और समय-चयन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बलूच विद्रोही संगठन अब केवल छिटपुट हमलों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह पाकिस्तान की सैन्य रणनीति को खुली चुनौती देने की स्थिति में पहुंच चुका है।
केच ज़िले में पहले ही हो चुका है एक और हमला
इस ताज़ा हमले से पहले भी BLA ने केच जिले के किलाग क्षेत्र में सेना पर हमला किया था, जिसमें कई पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई थी। इस हमले में सेना की टीम को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया गया था, जिससे क्षेत्र में खौफ और तनाव का माहौल बन गया।

शाहिद खाकान अब्बासी का बड़ा बयान
बलूचिस्तान में बढ़ते विद्रोह को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने भी गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “बलूचिस्तान अब एक बेलगाम घोड़े की तरह हो गया है, जिस पर पाकिस्तान की पकड़ खत्म होती जा रही है। यह प्रांत रात के अंधेरे में और भी अधिक बेकाबू हो जाता है।”
अंतरराष्ट्रीय नज़रें बलूचिस्तान पर
बलूचिस्तान में लगातार हो रहे हमलों और पाकिस्तान की नाकामी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें भी इस क्षेत्र पर टिकी हुई हैं। पाकिस्तान के लिए यह स्थिति केवल आंतरिक सुरक्षा का मुद्दा नहीं रही, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी छवि और स्थायित्व पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।