नई दिल्ली: 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने जा रही हैं, जो कि उनका लगातार आठवां बजट होगा। इस बजट के आसपास बढ़ती उत्सुकता और अटकलों के बीच मिडिल क्लास टैक्सपेयर्स के लिए राहत की संभावनाएं गहराती जा रही हैं। सवाल यही है कि क्या इस बार मिडिल क्लास के चेहरे पर मुस्कान लौटेगी या फिर नए कर नियमों के बोझ तले दबेगी उनकी उम्मीदें?
राहत या रहस्य: इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव की गूंज
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, इस बजट में इनकम टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है। यह बदलाव मिडिल क्लास के लिए राहत की सौगात बन सकता है या फिर किसी अनदेखी चुनौती का संकेत भी हो सकता है। माना जा रहा है कि सरकार इनकम टैक्स छूट की सीमा को बढ़ाकर 10 लाख रुपये तक कर सकती है, जो टैक्सपेयर्स के लिए किसी ‘सरप्राइज पैकेज’ से कम नहीं होगा।
पिछले बजट में टैक्स दरों में हुई बढ़ोतरी ने मध्यम वर्ग को झटका दिया था, लेकिन इस बार उनके चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए सरकार के पास क्या है, यह रहस्य बरकरार है।
स्टैंडर्ड डिडक्शन: राहत की उम्मीद या नया फेरबदल?
नौकरीपेशा लोगों के लिए एक और महत्वपूर्ण मोड़ स्टैंडर्ड डिडक्शन पर आ सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार इसे 75,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये तक कर सकती है। यह फैसला मिडिल क्लास के लिए एक राहत भरी खबर बन सकता है, लेकिन क्या यह उतना ही प्रभावी होगा जितना दिखता है, या इसके पीछे छुपे हैं कुछ नये कर जाल?
बजट के और भी बड़े दांव: किन मुद्दों पर टिकी हैं निगाहें?
- घरेलू खपत को बढ़ावा: वित्त मंत्री घरेलू खपत को बढ़ाने के लिए कुछ ठोस उपायों की घोषणा कर सकती हैं, जो बाजार में नई ऊर्जा का संचार करेंगे।
- करदाताओं के लिए सरप्राइज: टैक्स स्लैब में बदलाव के साथ-साथ कम वेतनभोगी वर्ग के लिए विशेष कटौती की संभावना जताई जा रही है।
- नया आयकर अधिनियम: सरकार बजट में नया आयकर अधिनियम पेश कर सकती है, जिसका उद्देश्य टैक्स प्रक्रियाओं को सरल बनाना और अनुपालन को सुगम बनाना है।
पिछले बजट की परछाई: क्या मिलेगा उससे ज्यादा या होगा दोहराव?
पिछले बजट में मिडिल क्लास को कुछ राहतें दी गई थीं, जैसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स में वृद्धि और बेरोजगारी से निपटने के लिए दो हजार करोड़ रुपये का प्रावधान। लेकिन क्या ये राहतें पर्याप्त थीं या सिर्फ दिखावा? इस बार के बजट से मिडिल क्लास को और अधिक उम्मीदें हैं।
अंतिम सवाल: क्या यह बजट राहत का पैकेज है या एक नया आर्थिक थ्रिलर?
जैसे-जैसे बजट पेश होने का समय करीब आ रहा है, पूरे देश की निगाहें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण पर टिकी हैं। क्या यह बजट मिडिल क्लास के लिए राहत का पैकेज साबित होगा या फिर यह एक नया आर्थिक थ्रिलर लेकर आएगा, जिसमें हर मोड़ पर छुपे होंगे नए कर प्रावधान? जवाब मिलेगा बजट के उस ऐतिहासिक दिन पर, जब हर करदाता की सांसें थमी होंगी और आंखें होंगी संसद के बजट भाषण पर।