नई दिल्ली, 14 मई 2025 भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव और पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। खासतौर पर उन नेताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है जिन्होंने हाल के दिनों में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त बयान दिए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा को लेकर भी नई दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने विशेष कदम उठाए हैं।
जयशंकर की सुरक्षा में बढ़ोतरी, मिली बुलेटप्रूफ कार
विदेश मंत्री को पहले से जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें सीआरपीएफ के 33 कमांडो तैनात रहते हैं। अब दिल्ली पुलिस ने उनके लिए बुलेटप्रूफ वाहन की व्यवस्था की है और उनके आवास के आसपास सुरक्षा घेरे को और मज़बूत किया गया है।
पाकिस्तान को लेकर बयान देने वाले नेताओं की सुरक्षा समीक्षा
सूत्रों के अनुसार, रविवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें उन प्रमुख नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा की गई जिन्होंने पाकिस्तान को लेकर तीखे बयान दिए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, और भाजपा के केंद्रीय नेताओं जेपी नड्डा, भूपेंद्र यादव, निशिकांत दुबे, सुधांशु त्रिवेदी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं के नाम इस सूची में शामिल हैं।
सुरक्षा बलों को दी जा रही विशेष ट्रेनिंग
नई दिल्ली पुलिस लाइंस में सोमवार से सुरक्षा बलों के लिए विशेष फायरिंग और मेडिकल इमरजेंसी की ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि सभी सुरक्षा वाहनों में फर्स्ट एड किट अनिवार्य रूप से हो। यह तैयारी इसलिए की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।
जयशंकर की सक्रिय भूमिका
विदेश मंत्री जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद से लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बैठकों में भाग लिया है और आतंकवाद व पाकिस्तान की नीतियों के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयान दिए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा को और भी पुख्ता किया गया है।
यह कदम सरकार की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें आतंकी हमलों के बाद वीआईपी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते टाला जा सके।