झुंझुनू: राशन डीलरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को उन्होंने शहीद स्मारक पार्क से कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। राशन डीलरों ने मांग की है कि उन्हें प्रतिमाह 30 हजार रुपये का मानदेय दिया जाए और गेहूं पर 2% छीजत दी जाए। इसके अलावा, पिछले छह महीने से बकाया कमीशन का भुगतान भी किया जाए।
यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वे 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
राशन डीलरों की मुख्य मांगे:
मासिक मानदेय: राशन डीलरों ने मांग की है कि उन्हें प्रतिमाह 30 हजार रुपये का मानदेय दिया जाए।
गेहूं पर छीजत: राशन डीलरों का कहना है कि एफसीआई की ओर से जो गेहूं आता है, उसमें काफी कम मात्रा में वजन होता है। इसलिए उन्हें गेहूं पर 2% छीजत दी जाए।
बकाया कमीशन: राशन डीलरों का कहना है कि पिछले छह महीने से केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा दिया गया कमीशन उन्हें नहीं मिला है।
अन्य मांगे: आधार सीडिंग की राशि, प्रवासी योजना के तहत वितरण कराए गए गेहूं का कमीशन, ईकेवाईसी का सीडिंग का मेहनताना भी दिलवाया जाए।
अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो राशन वितरण प्रभावित होगा।
जिला अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे आम जनता को परेशानी हो सकती है।