झुंझुनू: झुंझुनूं में सफाई कर्मचारी भर्ती में 100% आरक्षण की मांग को लेकर वाल्मीकि समाज के लोगों ने बुधवार को जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे कल से शहर में सफाई का काम बंद कर देंगे।
क्या है मामला?
वाल्मीकि समाज का कहना है कि सफाई का काम सदियों से उनका पारंपरिक काम रहा है। लेकिन अब सरकार सफाई कर्मचारी भर्ती में अन्य समाज के लोगों को शामिल करना चाहती है, जिससे उनका रोजगार छीनने का खतरा है।
प्रदर्शनकारियों की मांगें
- सफाई कर्मचारी भर्ती में 100% आरक्षण वाल्मीकि समाज के लिए आरक्षित किया जाए।
- 2018 में हुई भर्ती में लगे गैर वाल्मीकि समाज के लोग सफाई का काम नहीं कर रहे हैं, इसलिए भविष्य में भी ऐसा ही होगा।
- सरकार को आरक्षण पद्धति को खत्म कर भर्ती में 100% पद वाल्मीकि समाज से भरने चाहिए।
अगर मांगें नहीं मानी गई तो
अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वाल्मीकि समाज के लोग एक अगस्त से शहर में सफाई का काम बंद कर देंगे और नगर परिषद में अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
पार्षद संदीप चांवरिया ने कहा कि रियासत काल से लेकर आज तक वाल्मीकि समाज का परम्परागत काम साफ सफाई रहा है। अब सरकार साफ सफाई भर्ती में गैर वाल्मीकि को शामिल कर हमारा रोजगार छीनने का प्रयास कर रही है। ये वाल्मीकि समाज के साथ धोखा है।