जालोर: जालोर जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के जिला एवं सेशन न्यायाधीश हैड कांस्टेबल पुनाराम के सैल्यूट से नाराज हो गए। नाराजगी की वजह से न्यायाधीश ने रेंज आईजी पाली को सूचित किया और इसके बाद जालोर एसपी ने पुनाराम को पुलिस लाइन में 7 दिन के लिए सैल्यूट सीखने के लिए भेज दिया।
क्या था पूरा मामला?
पुनाराम एक मामले में गवाह के रूप में न्यायालय में पेश हुए थे। इस दौरान उन्होंने न्यायाधीश को सैल्यूट किया, लेकिन न्यायाधीश को उनका सैल्यूट पसंद नहीं आया। न्यायाधीश ने इस मामले को गंभीरता से लिया और रेंज आईजी पाली को सूचित किया।
पुलिस लाइन में होगी ट्रेनिंग
रेंज आईजी के निर्देश पर जालोर एसपी ने पुनाराम को पुलिस लाइन में 7 दिन के लिए सैल्यूट सीखने के लिए भेजा है। पुलिस लाइन में संचित निरीक्षक पुनाराम को सैल्यूट देने का सही तरीका सिखाएंगे।
उठ रहे सवाल
इस मामले को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या सैल्यूट देने का कोई एक ही तरीका होता है? क्या पुलिसकर्मी को सैल्यूट देने के लिए ट्रेनिंग की जरूरत होती है?
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि सैल्यूट देने का एक मानकीकृत तरीका होता है, लेकिन हर स्थिति में एक ही तरीका लागू नहीं होता। कई बार परिस्थितियों के अनुसार सैल्यूट देने का तरीका बदल जाता है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। लोग इस मामले को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग न्यायाधीश के फैसले का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ लोग इसे अनावश्यक बता रहे हैं।