नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार, 20 जून को यूजीसी-नेट और नीट-यूजी परीक्षाओं में कथित पेपर लीक के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे एक और महत्वपूर्ण बात कहने से चूक गए। उन्होंने वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले पर कथित रूप से चप्पल फेंके जाने की घटना पर प्रतिक्रिया दी।
लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “पीएम नरेंद्र मोदी और उनके काफिले पर चप्पल फेंका जाना बहुत ही निंदनीय है और उनकी सुरक्षा में गंभीर चूक है। सरकार की नीतियों पर अपना विरोध गांधीवादी तरीके से दर्ज कराया जाना चाहिए, लोकतंत्र में हिंसा और नफरत की कोई जगह नहीं है।”
इससे पहले, प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को छात्रों की चिंता नहीं है, बल्कि स्पीकर के चुनाव की अधिक चिंता है। उन्होंने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का मुख्य एजेंडा इस समय लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव है।”
नीट पेपर लीक मामले पर राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने यूजीसी-नेट और नीट-यूजी परीक्षाओं में कथित पेपर लीक को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पार्टी इस मुद्दे को संसद में उठाएगी और इसके खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराएगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राहुल गांधी ने 10 जनपथ में नीट के छात्रों के एक दल से मुलाकात कर उन्हें नहीं घबराने की सलाह दी।
शिक्षा मंत्री का बयान
नीट मामले पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने गुरुवार, 20 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नीट मामले की जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार पूरी गंभीरता से इस मुद्दे पर काम करेगी।