झुंझुनू, 19 नवंबर। जिले की त्रैमासिक जिला स्तरीय परामर्श और समीक्षा समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर रामवतार मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई इस बैठक में बैंकों और सरकारी विभागों के समन्वय से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को ऋण मुहैया कराने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।
बैठक की मुख्य बातें:
अग्रणी जिला प्रबंधक गोपाल प्रसाद ने प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों, बीसी कार्यप्रणाली, और बैंकों की जमा-ऋण प्रवाह स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने बैंकों को वित्तीय साक्षरता बढ़ाने और एमएसएमई क्षेत्र में ऋण प्रवाह को प्राथमिकता देने की सलाह दी।
भारतीय रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक मनदीप सिंह ने सभी बैंकों से वित्तीय साक्षरता और समावेशन के लिए अभियान मोड में काम करने का आह्वान किया। उन्होंने किसानों, महिलाओं, बेरोजगार युवाओं, और स्ट्रीट वेंडर्स जैसे समाज के कमजोर वर्गों को सरकारी योजनाओं के तहत अधिक से अधिक ऋण देने पर जोर दिया।
जिला कलक्टर के निर्देश:
जिला कलक्टर रामवतार मीणा ने बैंकों को निर्देश दिया कि वे आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि समाज के इन वर्गों को ऋण उपलब्ध कराना सरकार की योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है और इसके लिए बैंकों को अधिक सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी और बैंक प्रतिनिधि:
- पिंटू प्रभात (भारतीय स्टेट बैंक)
- सज्जन सिहाग (सहायक महाप्रबंधक, बीआरकेजीबी बैंक)
- शुभकरण सिंह (जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र)
- अन्य बैंकों के जिला समन्वयक और सरकारी विभागों के प्रतिनिधि
निष्कर्ष:
बैठक में वित्तीय साक्षरता, प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों में ऋण प्रवाह, और समाज के कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण पर चर्चा हुई। बैंकों और विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए इस तरह की बैठकों को नियमित रूप से आयोजित करने का निर्णय लिया गया।