पिलानी में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कई जगह योग से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम ‘महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ रखी गई है। योग के कार्यक्रमों में महिलाओं की उल्लेखनीय संख्या में उपस्थिति भी इस थीम को चरितार्थ करने वाली रही। योग दिवस पर आज कस्बे में दिन भर कई जगह अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
गायत्री चेतना केन्द्र पर योग के लिए पहुंचे सभी सदस्यों को बिरला बालिका विद्यापीठ की योग प्रशिक्षक बहिन अनीता ने योगाभ्यास करवाया। बहिन अनीता ने योग प्रशिक्षुओं को बताया कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रति वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस प्रस्ताव को 177 देशों का समर्थन मिला था। इसके बाद पहली बार दुनियाभर में योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था। तब विश्व के लाखों लोगों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास कर एक नया रिकॉर्ड बनाया था। योग दिवस मनाने के लिए 21 जून का ही दिन निर्धारित करने के पीछे भी एक खास वजह है। दरअसल 21 जून उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रान्ति कहते हैं। यह दिन साल का सबसे लम्बा दिन माना जाता है। ग्रीष्म संक्रान्ति के बाद सूर्य दक्षिणायन में प्रवेश करते हैं, जिसे योग और अध्यात्म के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यही कारण है कि यूएनओ में 21 जून को ही योग दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया था।

पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (वार्ड नं 2) में व्याख्याता सुशील कुमार सैनी ने योगाभ्यास करवाया। इस मौके पर विद्यालय स्टाफ, छात्र-छात्राएं, अभिभावक व कस्बे के गणमान्यजन बड़ी संख्या में योगाभ्यास में शामिल हुए।
गायत्री चेतना केन्द्र व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (वार्ड नं 2) के अलावा आज कस्बे के सीएसआईआर सीरी, बिट्स कैम्पस, बिरला प्राकृतिक योग केन्द्र, बीईटी की सभी शिक्षण संस्थाओं, बीकेबीआईईटी, तालाब पार्क आदि स्थानों पर भी लोगों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया।