अजमेर, राजस्थान: अजमेर में सीनियर वकील पुरुषोत्तम जाखोटिया की मौत के बाद शहर में वकीलों का आक्रोश भड़क उठा। शुक्रवार सुबह गुस्साए एडवोकेट्स ने कोर्ट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और हंगामा किया। नाराज वकीलों ने कोर्ट परिसर से पुलिसकर्मियों और आम नागरिकों को बाहर निकाल दिया। इसके साथ ही कोर्ट के अंदर मौजूद दुकानों को जबरन बंद करवा दिया गया। स्थिति को काबू में रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाए और कोर्ट परिसर में 10 थानों की पुलिस तैनात कर दी गई।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 2 मार्च की रात अजमेर कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखोटिया पर पुष्कर में कुछ बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया था। यह घटना बूढ़ा पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के सामने हुई।

रात करीब 1:45 बजे शराब के ठेके के पास 8-10 युवक गाड़ी में तेज आवाज में डीजे बजाकर बीच सड़क पर नाच रहे थे। पड़ोस में रहने वाले एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखोटिया ने इसका विरोध करते हुए उन्हें डीजे बंद करने को कहा। इस पर नशे में धुत युवकों ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया, जिससे उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं।
घायल अधिवक्ता को तत्काल अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन 7 मार्च की सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
वकीलों में आक्रोश, पुलिस पर गंभीर आरोप
वरिष्ठ वकील की हत्या से पूरे वकील समाज में रोष है। अजमेर बार एसोसिएशन के सदस्यों ने शुक्रवार को कोर्ट कार्यों का बहिष्कार किया और हंगामा किया। एडवोकेट योगेंद्र ओझा ने कहा कि पुलिस अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, जिससे वकील समुदाय में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

बार एसोसिएशन की मुख्य मांगें
- मृतक वकील के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
- पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
- सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए।
- वकीलों के सुरक्षा कानून (एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट) को लागू किया जाए।
- एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखोटिया के घर के पास स्थित शराब के ठेके को बंद किया जाए।
- पुष्कर में अवैध रूप से संचालित रेस्टोरेंट्स और वहां बजने वाले तेज आवाज के डीजे पर कार्रवाई हो।