झुंझुनूं, 12 जून 2025: शहर की के.के. कॉलोनी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने गुरुवार सुबह तड़के बड़ी कार्रवाई करते हुए बी-ब्लॉक स्थित एक घर पर छापा मारा। कार्रवाई सुबह 5 बजे शुरू हुई, जो अब तक जारी है। यह कार्रवाई बहुचर्चित नेक्सा एवरग्रीन चिटफंड घोटाले से जुड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि यह घर सलीम खान कायमखानी का है, जो सेना से रिटायर्ड हैं और वर्तमान में केके कॉलोनी में निवासरत हैं।

सलीम खान भारतीय सेना की 8 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में थे और दस साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद उन्होंने डिफेंस सिक्योरिटी कोर (DSC) में भी सेवा दी थी। मूल रूप से वह झुंझुनूं जिले के मदनसर गांव के निवासी हैं, लेकिन कई वर्षों से केके कॉलोनी में रह रहे हैं।
कार्रवाई के दौरान ईडी के अधिकारी दो गाड़ियों में सवार होकर पहुंचे। उनके साथ सीआरपीएफ के करीब 10 से अधिक जवानों की टीम भी मौजूद रही। जवानों ने घर के अंदर और बाहर सुरक्षा घेरा बना रखा है।
सूत्रों के मुताबिक, नेक्सा एवरग्रीन कंपनी द्वारा सैनिकों और उनके परिवारों से मोटे मुनाफे का लालच देकर करीब 1000 करोड़ रुपए की ठगी की गई है। इस घोटाले में मुख्य आरोपी भी एक पूर्व सैनिक है, जिसने कंपनी बनाकर रिटर्न का झांसा दिया। कंपनी हर मंगलवार को निवेशकों को पैसा लौटाने का वादा करती थी, लेकिन 24 जनवरी 2023 के बाद से भुगतान पूरी तरह से बंद हो गया।
कई सैनिक परिवारों ने जमीन गिरवी रखकर, गहने बेचकर और बाजार से कर्ज उठाकर इस कंपनी में निवेश किया था। जिले में हजारों लोगों ने इस स्कीम में अपनी जीवनभर की कमाई लगा दी। कंपनी का रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल 2021 को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज अहमदाबाद में “नेक्सा एवरग्रीन प्राइवेट लिमिटेड” के नाम से किया गया था। यह कंपनी रियल एस्टेट एक्टिविटी के तहत रजिस्टर्ड थी।

बताया जा रहा है कि चूरू रोड स्थित ऑफिस के अलावा राजस्थान और गुजरात में कुल 24 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। झुंझुनूं के अलावा अन्य जिलों और राज्यों में भी ईडी की टीमें अलग-अलग जगहों पर दस्तावेज खंगाल रही हैं।
इस बड़े चिटफंड घोटाले की जड़ में झुंझुनूं से संचालित यह नेटवर्क शामिल रहा है। यह मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया है और पीड़ित निवेशकों को न्याय की उम्मीद बंधी है।
ईडी की यह कार्रवाई अभी भी जारी है और आने वाले घंटों में और खुलासे होने की संभावना है।