वाशिंगटन, अमेरिका: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीति में बड़ा बदलाव करते हुए यूरोपीय संघ (EU) से आने वाले सभी उत्पादों पर 50% टैरिफ और सभी विदेशी स्मार्टफोन पर 25% शुल्क लगाने का ऐलान किया है। यह फैसला आगामी 1 जून 2025 से प्रभावी होगा।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा,
“हमारी चर्चा कहीं नहीं पहुंच रही है और वे हमारे उत्पादों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। अब अमेरिका जवाब देगा।”

Apple बना सबसे बड़ा निशाना, शेयरों में 3% की गिरावट
Apple Inc., जो पहले ही चीन में बढ़ती लागतों और टैरिफ से बचने के लिए भारत में उत्पादन शिफ्ट कर रही है, अब ट्रंप की नई नीति के सीधे निशाने पर है। राष्ट्रपति ट्रंप ने Apple के CEO टिम कुक को स्पष्ट शब्दों में कहा कि,
“या तो अमेरिका में iPhone बनाओ या 25% टैक्स भरो।”
इस फैसले के तुरंत बाद Apple के शेयरों में 3% की गिरावट दर्ज की गई। टेक विशेषज्ञों का मानना है कि इस टैरिफ के चलते iPhone और अन्य स्मार्टफोन अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे, जिससे डिमांड पर असर पड़ सकता है।
EU का तीखा प्रतिरोध: “धमकी से नहीं बनते रिश्ते”
EU के व्यापार प्रमुख मारोस सेफकोविक ने इस कदम को “संवादहीन और अनुचित” बताते हुए कहा कि,
“हम आपसी सम्मान और शांतिपूर्ण संवाद में विश्वास रखते हैं, धमकी से नहीं।”
वहीं डच प्रधानमंत्री डिक शूफ ने ट्रंप की नीति पर टिप्पणी करते हुए कहा,
“यह उनकी पुरानी रणनीति है, वह धमकी देकर सौदाबाजी करते हैं। लेकिन अब यूरोप झुकने वाला नहीं है।”
EU अधिकारियों का कहना है कि टैरिफ लागू होने की स्थिति में कार, दवाइयां, विमान और एयरक्राफ्ट पार्ट्स जैसी वस्तुएं महंगी हो जाएंगी, जिससे अमेरिकी ग्राहक भी प्रभावित होंगे।

वैश्विक बाजार में हलचल: गिरावट और सोने में तेजी
ट्रंप के इस फैसले का असर वैश्विक बाजारों में साफ दिखा:
- अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजारों में व्यापक गिरावट
- निवेशकों का भरोसा डगमगाया
- सोने की कीमतों में बढ़त, जिसे पारंपरिक रूप से “सुरक्षित निवेश” माना जाता है
ब्लूमबर्ग के वित्तीय विश्लेषकों का कहना है:
“ग्लोबल मार्केट में कुछ स्थिरता लौटी थी, लेकिन अब फिर से अस्थिरता और अनिश्चितता गहराने लगी है।”