चिड़ावा: मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कॉमन रिव्यू मिशन (CRM) टीम ने चिड़ावा अस्पताल (उप जिला अस्पताल) का निरीक्षण किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं, संसाधनों और राजस्थान स्वास्थ्य सेवा के तहत चलाई जा रही सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करना था। टीम के इस दौरे से क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण और सुधार की दिशा में बड़े बदलाव की उम्मीद जगी है। टीम का स्वागत पीएमओ नितेश जांगिड़ और बीसीएमओ संत कुमार जांगिड़ की अगुवाई में किया गया, जिसमें अस्पताल के सभी स्टाफ मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान, कॉमन रिव्यू मिशन (CRM) टीम ने अस्पताल की महत्वपूर्ण सेवाओं का बारीकी से जायजा लिया। टीम ने ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग), एनसीडी (गैर-संक्रामक रोग) जांच केंद्र, टीकाकरण कक्ष, आपातकालीन सेवाओं की तैयारी और गंभीर मरीजों की देखभाल की व्यवस्था का अवलोकन किया। इसके साथ ही, प्रयोगशाला सुविधाओं और स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की स्थिति भी जांची गई। टीम में डॉ. रंजन चौधरी, डॉ. अनुराधा मूंगा, मोहम्मद मुर्शिद, डॉ. योगेश जैन, डॉ. दीक्षा वर्मा और डॉ. किशोर ए जैसे विशेषज्ञ शामिल थे, जिन्होंने हर विभाग का गहराई से मूल्यांकन किया।
पीएमओ नितेश जांगिड़ ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम को उप जिला अस्पताल की वर्तमान संसाधन स्थिति, उपचार सेवाओं और चल रही सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं जैसे चिरंजीवी योजना की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अस्पताल स्टाफ ने भी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को टीम के सामने रखा। इस दौरान, सीएमएचओ छोटेलाल गुर्जर, संयुक्त एसएन धौलपुरिया, बीसीएमओ संत कुमार जांगिड़ और पीएमओ नितेश जांगिड़ के साथ रघुवीर मील, सुमन लता कटेवा, संदीप जांगिड़, भानु प्रकाश भास्कर, रणसिंह (नर्सिंग स्टाफ), एलएचवी विद्या ढाका, राकेश कुमार करोल और कर्मवीर श्योराण सहित अन्य अस्पताल स्टाफ भी मौजूद रहा।
CRM टीम ने उप जिला अस्पताल चिड़ावा की मौजूदा सुविधाओं और स्टाफ के प्रयासों की सराहना की। टीम ने अस्पताल में पाई गई कमियों को दूर करने के लिए केंद्र से मंजूरी दिलाने का आश्वासन भी दिया, जो भविष्य में चिड़ावा अस्पताल के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है। टीम ने बताया कि वे निरीक्षण पूर्ण होने के बाद अपनी विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेंगे। टीम ने जिले के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों का भी निरीक्षण करने का कार्यक्रम तय किया है।





