नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर के बाद उपजे कूटनीतिक घटनाक्रमों के बीच भारत सरकार ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से एक महत्वपूर्ण और स्पष्ट संदेश पाकिस्तान को दिया है। विदेश मंत्रालय ने अपने औपचारिक बयान में दो टूक कहा है कि जम्मू-कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का समाधान केवल द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से होगा और भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि भारत की नीति स्पष्ट और स्थिर रही है — जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को खाली करना ही एकमात्र लंबित मामला है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि हालिया सैन्य कार्रवाइयों ने पाकिस्तान को सोचने पर मजबूर कर दिया है और अब वह गोलीबारी रोकने की दिशा में विवश हुआ है।

डीजीएमओ हॉटलाइन कॉल और पाकिस्तान की पहल
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि पाकिस्तान की ओर से 10 मई 2025 को दोपहर 12:37 बजे हॉटलाइन कॉल के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ। इसके बाद तकनीकी कठिनाइयों के चलते कॉल की प्रक्रिया में थोड़ी देरी हुई और अंततः भारतीय डीजीएमओ की उपलब्धता के अनुसार 15:35 बजे यह कॉल सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस कॉल में दोनों देशों ने नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का पालन करने पर सहमति जताई।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सैन्य ताकत से झुका पाकिस्तान
रणधीर जयसवाल ने आगे कहा कि 10 मई की सुबह भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तानी वायुसेना के प्रमुख ठिकानों पर सटीक और प्रभावी हमले किए गए। इन हमलों ने पाकिस्तान को गहरा सैन्य नुकसान पहुंचाया और उसे संघर्षविराम के लिए मजबूर किया।
“यह भारत की सैन्य क्षमता और रणनीतिक संकल्प का प्रमाण है कि पाकिस्तान को अपने कदम पीछे खींचने पड़े,” – रणधीर जयसवाल

न्यूक्लियर वॉर की अटकलों को सिरे से नकारा
कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद यह चर्चा तेज हो गई थी कि भारत-पाक के बीच संघर्ष परमाणु युद्ध की दिशा में बढ़ सकता है। इस पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत की कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक थी और ऐसी कोई परमाणु आशंका नहीं है।
पाकिस्तान की नेशनल कमांड अथॉरिटी की बैठक की खबरों को भी बाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने खंडन किया। मंत्रालय ने कहा कि भारत न तो परमाणु ब्लैकमेल के आगे झुकेगा और न ही आतंकवाद को बर्दाश्त करेगा।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री के CNN बयान पर भारत का करारा जवाब
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा CNN को दिए गए बयानों को खारिज करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद और अन्य स्थलों पर आतंकवादी अड्डों को तबाह कर दिया। साथ ही, पाकिस्तान की सैन्य क्षमताएं गंभीर रूप से क्षीण कर दी गईं।
“अगर पाकिस्तान इसे अपनी उपलब्धि मानता है, तो वे खुद को ही धोखा दे रहे हैं,” – भारतीय विदेश मंत्रालय