नई दिल्ली: पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों को करारा जवाब देने वाले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद आज सुबह 11 बजे संसद भवन के समिति कक्ष जी-074 में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इस अहम बैठक में सरकार की ओर से ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी विपक्षी दलों को दी गई। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उपस्थित रहे।

ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना की निर्णायक कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत, कब्जे वाले कश्मीर (POK) और अन्य इलाकों में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया गया। इस साहसिक कार्रवाई के बाद देशभर में सेना के पराक्रम की सराहना हो रही है। ऑपरेशन के बाद हर राजनीतिक दल ने भारत की सैन्य कार्रवाई को जायज और आवश्यक ठहराया।
प्रधानमंत्री मोदी का एकता पर विशेष संदेश
सर्वदलीय बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष संदेश भेजा जिसमें उन्होंने कहा,
“इस समय देश के प्रत्येक नागरिक को एकजुट होकर खड़े होने की आवश्यकता है। हमारी सेना ने जो पराक्रम दिखाया है, उस पर हमें गर्व है। राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में सबको साथ आना चाहिए।”
#WATCH | Centre holds all-party meeting to brief all political parties on #OperationSindoor pic.twitter.com/q96NZnhUY6
— ANI (@ANI) May 8, 2025
बैठक में मौजूद प्रमुख चेहरे
बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई प्रमुख नेता शामिल हुए। विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, डीएमके के टीआर बालू, टीडीपी के कृष्णा, जेडीयू के संजय झा, एलजेपी के चिराग पासवान, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, यूबीटी के संजय राऊत, एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले, सपा के रामगोपाल यादव, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल, AIMIM के असद ओवैसी, IUML के ईटी मोहम्मद बशीर, लेफ्ट के जॉन ब्रिटास, आरजेडी के प्रेम गुप्ता और आम आदमी पार्टी की ओर से संजय सिंह ने भाग लिया।
कांग्रेस की मांग: प्रधानमंत्री बैठक में स्वयं आएं
बैठक से पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने आग्रह किया कि प्रधानमंत्री को स्वयं इस बैठक में उपस्थित होना चाहिए था। पवन खेड़ा ने कहा,
“जब देश एक आवाज़ में बोलेगा, तभी दुनिया सुनेगी। प्रधानमंत्री को खुद विपक्ष के साथ बैठकर चर्चा करनी चाहिए थी।”
जयराम रमेश ने बताया कि कांग्रेस की ओर से बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद खड़गे और गांधी दोनों ने बयान दिया था कि वह इस मुद्दे पर सरकार और सेना के साथ हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में कोई मतभेद नहीं है।

सेना को मिला सर्वदलीय समर्थन
बैठक में सरकार की ओर से सेना की कार्रवाई के हर पहलू को साझा किया गया। विपक्षी नेताओं को बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर किस तरह योजना के अनुसार अंजाम दिया गया और किस तरह यह कार्रवाई आतंकी नेटवर्क पर बड़ा प्रहार है। सभी दलों ने सेना के साहस और शौर्य को सलाम किया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: ट्रंप ने की भारत की प्रशंसा
इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी सामने आया जिसमें उन्होंने कहा:
“मैं जानता था कि भारत जवाब देगा, लेकिन यह इतनी सटीक और तेज़ कार्रवाई होगी, इसका अंदाज़ा नहीं था।”