अमेरिका: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को समर्थन मिलने का सिलसिला जारी है। अब अमेरिका ने भी आतंकवाद के विरुद्ध भारत के साथ मजबूती से खड़े होने का ऐलान किया है। अमेरिकी संसद के स्पीकर माइक जॉनसन ने कैपिटल हॉल में एक कार्यक्रम के दौरान भारत के प्रति समर्थन जताते हुए कहा:
“भारत को हर हाल में आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना होगा। अमेरिका, विशेषकर ट्रंप प्रशासन, भारत को हर आवश्यक संसाधन मुहैया कराएगा। हम हर संभव प्रयास करेंगे कि भारत आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपट सके।”

भावुक बयान और सख्त समर्थन
माइक जॉनसन ने कहा कि अमेरिका भारत के प्रति पूरी संवेदना रखता है और जो कुछ भी वहां हुआ, वह अक्षम्य है। उन्होंने आगे कहा:
“भारत हमारा अहम साझेदार है। हम चाहते हैं कि यह रिश्ता और मजबूत हो। यदि खतरा बढ़ता है, तो ट्रंप प्रशासन बिना देर किए संसाधनों सहित हर संभव सहायता देगा।”
जॉनसन ने भारत-अमेरिका के बीच प्रस्तावित ट्रेड डील को भी जल्द सफल होने की उम्मीद जताई।
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— Business Today (@business_today) May 6, 2025
हमले का विवरण: बैसरन घाटी में निशाना बनाकर मारे गए लोग
22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आतंकियों ने सुनियोजित तरीके से बैसरन घाटी में लोगों को निशाना बनाया। इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई जबकि 17 गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ितों में कई स्थानीय नागरिक, पर्यटक और सुरक्षाकर्मी शामिल थे।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया: सिंधु जल संधि स्थगित, पाकिस्तानी विमानों पर रोक
इस हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की आपात बैठक बुलाई गई। बैठक के बाद सरकार ने कई बड़े और सख्त निर्णय लिए, जिनमें प्रमुख हैं:
- 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया। यह पहली बार है जब भारत ने इस संधि पर ऐसा कठोर कदम उठाया है।
- भारत सरकार ने पाकिस्तान से जुड़े यूट्यूब चैनल्स को भारत में प्रतिबंधित कर दिया है।
- पाकिस्तानी विमानों के लिए भारतीय एयरस्पेस को 23 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है।

विदेश मंत्रालय का बयान
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा:
“यह रोक तब तक लागू रहेगी जब तक पाकिस्तान क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता। भारत की सुरक्षा और संप्रभुता सर्वोपरि है।”
वैश्विक समर्थन से भारत को बढ़ा मनोबल
अमेरिका के अतिरिक्त फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और इजरायल जैसे देशों ने भी इस हमले की निंदा करते हुए भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैश्विक समर्थन भारत की कूटनीतिक स्थिति को और अधिक सुदृढ़ करता है।