पिलानी, 3 मार्च 2025: राष्ट्रीय जाट महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार पिलानी को ज्ञापन सौंपकर हाल ही में हुई ओलावृष्टि और तूफान से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। महासंघ के ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र पूनियां और ब्लॉक प्रभारी अत्तर सिंह काजला के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में प्रशासन से नुकसान की जल्द भरपाई करने की अपील की गई।
कई गांवों में फसलों का सौ प्रतिशत नुकसान
पिलानी के आसपास स्थित बनगोठड़ी खुर्द, बनगोठड़ी कलां, लिखवा, छापड़ा, बेरी, सुजडोला, दुधवा सहित अन्य गांवों में ओलावृष्टि और तेज आंधी के कारण फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। किसानों का कहना है कि इस प्राकृतिक आपदा से उनका भारी आर्थिक नुकसान हुआ है और वे पूरी तरह असहाय हो गए हैं।

राजेंद्र सिहाग ने बताया कि इस बार की ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं, जिससे किसानों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है। तुलसीराम ने कहा कि यदि प्रशासन समय रहते राहत राशि प्रदान नहीं करता, तो किसानों को कर्ज चुकाने में भी मुश्किल होगी।
मुआवजा न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी
महासंघ के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा नहीं दिया गया, तो राष्ट्रीय जाट महासंघ बड़े स्तर पर आंदोलन करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
जलेसिंह ने कहा कि किसानों की स्थिति दयनीय हो चुकी है और सरकार को उनकी तकलीफों को गंभीरता से लेना चाहिए। वहीं, दुलीचंद और नरेंद्र कुमार ने मांग की कि सरकार जल्द से जल्द सर्वे करवाकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दे।

कई गांवों के किसान हुए शामिल
मुआवजे की मांग को लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे वाले किसानों में उम्मेद सिंह, सतवीर पूनिया, जलेसिंह बेरी, दुलीचंद लाम्बोरिया, नरेंद्र सिंह, हरपाल पूनिया, केहरपुरा के ओमवीर सिंह, ईश्वर सिंह और मांगेराम सहित कई गांवों के किसान शामिल रहे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
तहसीलदार ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि प्रभावित क्षेत्रों का जल्द ही सर्वे किया जाएगा और मुआवजे की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाएगी। अब किसान प्रशासन की अगली कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं और उचित मुआवजा मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।