भारत Vs ऑस्ट्रेलिया: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच 3 जनवरी 2025 से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इस बहुप्रतीक्षित मुकाबले से पहले भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने ड्रेसिंग रूम विवाद को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने मीडिया में आई लीक रिपोर्ट्स को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
गंभीर ने लीक रिपोर्ट्स को बताया गलत
गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि ड्रेसिंग रूम की बातें लीक होने वाली खबरें सच्ची नहीं हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “ड्रेसिंग रूम की बातें केवल कोच और खिलाड़ियों के बीच होती हैं और उन्हें वहीं तक सीमित रहना चाहिए। जब तक ड्रेसिंग रूम में ईमानदार लोग रहेंगे, तब तक भारतीय क्रिकेट सुरक्षित रहेगा। केवल प्रदर्शन ही खिलाड़ियों को ड्रेसिंग रूम में बनाए रखता है।”
मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद ड्रेसिंग रूम में भारतीय खिलाड़ियों को फटकार लगाने की खबरें सामने आई थीं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गंभीर ने कहा कि टीम के हर खिलाड़ी को यह पता है कि किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका ध्यान केवल आगामी टेस्ट मैच जीतने पर है।
रोहित शर्मा और विराट कोहली खेल सकते हैं आखिरी टेस्ट मैच?
इस बीच, सिडनी टेस्ट को लेकर चर्चाएं हैं कि यह रोहित शर्मा और विराट कोहली का टेस्ट करियर का आखिरी मैच हो सकता है। हालांकि, इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। जब इस पर गंभीर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “हमने रोहित और कोहली से केवल अगले टेस्ट मैच जीतने पर बातचीत की है। वे जानते हैं कि यह टेस्ट मैच टीम और उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है।”
पेसर आकाश दीप न्यू ईयर टेस्ट से बाहर
गंभीर ने यह भी पुष्टि की कि तेज गेंदबाज आकाश दीप पीठ की समस्या के कारण सिडनी टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। उनके रिप्लेसमेंट की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा की भूमिका पर संशय
सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा की प्लेइंग-11 में जगह को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। इस पर गंभीर ने कहा, “हम पिच का मुआयना करने के बाद ही अंतिम प्लेइंग-11 का फैसला करेंगे।”
इसके अलावा, यह भी सवाल उठाया गया कि रोहित प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्यों नहीं आए, क्योंकि टेस्ट मैच से पहले कप्तान का प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेना परंपरा रही है। इस पर गंभीर ने स्पष्ट किया, “यह जरूरी नहीं कि हमेशा परंपरा का पालन हो। मुझे लगता है कि कोच का यहां होना अधिक उपयुक्त है।”