नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। भारत ही नहीं, दुनियाभर के नेताओं और नागरिकों ने उनके निधन पर संवेदनाएं व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि उनका जाना न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है।
पीएम मोदी ने की श्रद्धांजलि अर्पित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और शुक्रवार को उनके घर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. सिंह के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन ने हम सभी को गहरी पीड़ा दी है। उनका जीवन संघर्षों से ऊपर उठकर ऊंचाईयों को छूने का एक आदर्श उदाहरण है। विभाजन के दौर में बहुत कुछ खोने के बाद भारत आकर उन्होंने हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की।”
#WATCH | Delhi | PM Narendra Modi paid last respects to late former PM Dr Manmohan Singh and offered condolences to his family today
— ANI (@ANI) December 27, 2024
(Video source: DD) pic.twitter.com/J1gfRICZCB
भारत के आर्थिक सुधारों के नायक
प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह के आर्थिक सुधारों और उनकी नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि नरसिम्हा राव सरकार के दौरान वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने 1991 में आर्थिक संकट से जूझ रहे भारत को एक नई दिशा दी। “एक विद्वान अर्थशास्त्री और सुधारवादी नेता के रूप में डॉ. सिंह के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री के रूप में उनके नेतृत्व में देश ने कई विकास परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया,” मोदी ने कहा।
सादगी और ईमानदारी के प्रतीक
डॉ. सिंह की सादगी, ईमानदारी और विनम्रता की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका जीवन भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा। उन्होंने कहा, “डॉ. सिंह का जीवन जनता और देश के विकास के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है। एक सांसद के रूप में उनकी निष्ठा प्रेरणादायक थी। उनके संसदीय दायित्वों को निभाने की प्रतिबद्धता अविस्मरणीय है।”
राजनीति से परे संबंध
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह के साथ हुई चर्चाओं को याद करते हुए कहा, “जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था और डॉ. सिंह प्रधानमंत्री थे, तब हम शासन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हर बातचीत में झलकती थी।” उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. सिंह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी के साथ सहज संबंध रखते थे।
दो कार्यकालों तक प्रधानमंत्री
डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक लगातार दो कार्यकालों तक प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व किया। उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार का कुशलतापूर्वक मार्गदर्शन किया।
शिक्षा और योगदान
डॉ. सिंह ने दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों से शिक्षा प्राप्त की और सरकार के शीर्ष पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दीं। रिजर्व बैंक के गवर्नर और वित्त मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए उन्होंने अपनी योग्यता और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया।