भरतपुर, राजस्थान: गुरुवार को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल के सामने नगर निगम की टीम द्वारा चलाए गए अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान भारी हंगामा हो गया। बुलडोजर से अवैध रूप से स्थापित बूथ और खोखों को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई थी, लेकिन स्थानीय लोगों ने इस अभियान का कड़ा विरोध किया। विरोध के दौरान लोगों ने नगर निगम की टीम पर पथराव कर दिया, जिसके कारण मौके पर अफरातफरी मच गई। स्थिति बिगड़ते देख नगर निगम की टीम को बिना अतिक्रमण हटाए वहां से वापस लौटना पड़ा।
नगर निगम की टीम पर पथराव, पुलिस को दी सूचना
नगर निगम की टीम पर पथराव होते ही स्थिति तनावपूर्ण हो गई और घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। नगर निगम के अतिक्रमण शाखा प्रभारी संजय कुमार के अनुसार, आरबीएम अस्पताल के सामने कई दिनों से अवैध बूथ और खोखे लगे हुए थे, जिससे वहां आने-जाने वाले वाहन चालकों को दिक्कत हो रही थी। अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस जारी कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने अपनी दुकानों और ठेलों को नहीं हटाया, जिसके बाद नगर निगम ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
पुलिस की मौजूदगी में दोबारा कार्रवाई
पहली बार हुई पथराव की घटना के बाद, नगर निगम की टीम वापस लौट गई, लेकिन बाद में पुलिस बल के साथ टीम ने दोबारा अभियान शुरू किया। पुलिस की सुरक्षा में नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण को हटाया। अतिक्रमण हटाने के दौरान कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई, और मौके पर शांति बनाए रखने में पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री के दौरे के मद्देनजर चलाया गया अभियान
गौरतलब है कि 11 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भरतपुर के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं, जिसके तहत वे आरबीएम अस्पताल के नवनिर्माण कार्य का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री के दौरे को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने अस्पताल के आसपास के इलाके में लगे अवैध बूथ और खोखों को हटाने का निर्णय लिया था, ताकि अस्पताल के पास होने वाले यातायात में किसी प्रकार की रुकावट न हो। हालांकि, अभियान के दौरान स्थानीय लोगों और नगर निगम की टीम के बीच कहासुनी भी हुई।
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स्थानीय लोगों का विरोध
अतिक्रमण हटाने के दौरान स्थानीय व्यापारियों और नगर निगम अधिकारियों के बीच विवाद की स्थिति बन गई। व्यापारियों का आरोप था कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं दिया गया, जबकि नगर निगम का दावा है कि सभी अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस जारी किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित रखना है, विशेष रूप से ऐसे इलाकों में जहां यातायात की समस्या गंभीर है।