नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों में अभी कुछ समय है, लेकिन राजनीतिक हलचल अब से ही तेज हो गई है। जब से अरविंद केजरीवाल जमानत पर बाहर आए हैं, आम आदमी पार्टी (AAP) एक नए तेवर में नजर आ रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि केजरीवाल ने जीत की पटकथा लिखना शुरू कर दिया है।
सीएम आतिशी का सड़कों पर निरीक्षण
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सहित अन्य मंत्री अब सड़कों पर सक्रिय हो गए हैं। सोमवार को, आतिशी ने सुबह-सुबह दिल्ली की सड़कों का मुआयना किया। उन्होंने देखा कि साउथ और साउथ ईस्ट दिल्ली में कई सड़कें टूटी-फूटी हालत में थीं। सीएम आतिशी ने पाया कि कई स्थानों पर पाइपलाइन या बिजली की तार डालने के लिए सड़कें काटी गई हैं, लेकिन उन्हें रिपेयर नहीं किया गया है। इससे सड़कों पर गड्ढे बन गए हैं, जिसके कारण ट्रैफिक में समस्या उत्पन्न हो रही है।
अधिकारियों को दिए निर्देश
सीएम आतिशी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी सड़कों को युद्धस्तर पर रिपेयर किया जाए। उन्होंने कहा, “दिल्ली में पीडब्ल्यूडी की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने की दिशा में आज सुबह से दिल्ली सरकार की पूरी कैबिनेट ग्राउंड जीरो पर सड़कों का निरीक्षण कर रही है। मैंने एनइसआईसी ओखला, मोदी मिल फ्लाईओवर, चिराग दिल्ली, तुगलकाबाद एक्सटेंशन, मथुरा रोड, आश्रम चौक व अंडरपास की सड़कों का निरीक्षण किया।”
दिवाली तक का लक्ष्य
आतिशी ने बताया कि एक सप्ताह में दिल्ली में पीडब्ल्यूडी की 1400 किलोमीटर की सड़कों का निरीक्षण किया जाएगा। वह दीपावली तक सभी दिल्लीवासियों को गड्ढा मुक्त सड़कें देने का लक्ष्य बना रही हैं। “जहां भी गड्ढे हैं, सड़कें टूटी हैं, उनका निरीक्षण किया जाएगा और उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाएगा,” उन्होंने कहा।
केजरीवाल का मास्टरप्लान
अरविंद केजरीवाल का यह कदम केवल चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि यह एक मास्टरप्लान प्रतीत होता है। जब तक वह जेल में थे, तब तक उनकी कैबिनेट और पार्टी इतनी सक्रिय नहीं थी। लेकिन उनके जेल से बाहर आने के बाद से मंत्रियों और कार्यकर्ताओं में जोश आ गया है। केजरीवाल चाहते हैं कि उनकी पूरी कैबिनेट सड़कों पर उतरे, ताकि जनता तक यह संदेश पहुंचे कि सरकार उनकी समस्याओं के प्रति जागरूक है।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी तैयारियों में जुटी है, और अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व में यह कोशिश है कि वे जनता की समस्याओं का समाधान करते हुए चुनावी मैदान में मजबूती से उतरे।