चिड़ावा, 17 अगस्त 2024: चिड़ावा के राजीव हॉस्पिटल में प्रसूता ममता की मौत से परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया है। घटना के दो दिन बाद शनिवार को कबूतर खाना स्टैंड से खेतड़ी रोड स्थित गोलमार्केट तक विरोध रैली निकाली गई और इसके बाद राजीव हॉस्पिटल के बाहर धरना शुरू कर दिया गया। ग्रामीणों ने डॉक्टर और अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी की और तुरंत डॉक्टर का लाइसेंस रद्द करने और गिरफ्तारी की मांग की।
मामला क्या है?
पीड़ित केहरपुरा कलां निवासी बाबूलाल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के अनुसार, बाबूलाल की पुत्रवधु ममता, पत्नी सुमित कुमार, को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया था। 14 अगस्त को डॉक्टर ने सीजेरियन प्रसव करवाया। कुछ घंटों बाद ही ममता की तबीयत बिगड़ने लगी और उसने दम तोड़ दिया। 15 अगस्त की सुबह ममता का पोस्टमॉर्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा करवाया गया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया।
निर्धारित तारीख से पहले प्रसव
डॉक्टर्स ने ममता की डिलीवरी की तारीख 25 अगस्त बताई थी, लेकिन 13 अगस्त को प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर्स ने 14 अगस्त को सीजेरियन डिलीवरी की, लेकिन शाम को यह सूचना दी कि हार्ट फेल होने से ममता की मौत हो गई।
विधायक की मांग
विधायक पितराम काला भी घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल पहुंचे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ममता का यह तीसरा प्रसव था। प्रदर्शनकारी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।
एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
मामले में परिजन ग्रामीणों के साथ पंचायत समिति कार्यालय पहुंचे। वहां पर एसडीएम बृजेश गुप्ता से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की और डॉक्टर और अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसडीएम ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।
विडियो देखें…
पारिवारिक पृष्ठभूमि
नौरंगपुरा की रहने वाली ममता की शादी 28 अप्रैल 2014 को केहरपुरा कलां निवासी सुमित से हुई थी। उनकी पहली डिलीवरी 2016 में हुई थी, जिसमें बेटा हुआ था, लेकिन उसकी तबीयत खराब होने के कारण तीन महीने बाद उसकी मृत्यु हो गई थी। 2018 में ममता ने बेटी रिया को जन्म दिया।
ममता का पति सुमित दमन में एक निजी कंपनी में काम करता है। देवर अमित गांव में हेयर सैलून चलाता है, और सास कमला व ससुर बाबूलाल घर पर ही रहते हैं। ममता गृहिणी थी।