झुंझुनूं: महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र की एक अनूठी पहल में, झुन्झुनूं के गांव बलोद की रहने वाली प्रार्थिया का टूटा हुआ गृहस्थी जीवन फिर से जुड़ गया है।
प्रार्थिया ने 2019 में शादी की थी, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही पति और ससुराल पक्ष ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पति शराब पीकर मारपीट करता था और 3 साल पहले प्रार्थिया को घर से निकाल दिया गया था।
तब से प्रार्थिया अपने मायके में रह रही थीं।
एक महीने पहले, प्रार्थिया ने महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र में शिकायत दर्ज कराई।
केंद्र की परामर्शदाता सरोज और पूजा स्वामी ने दोनों पक्षों को समझाया और आखिरकार 3 साल बाद दोनों पक्षकारों ने फिर से गृहस्थी बसाने पर सहमति जताई।
प्रार्थिया के परिवार और ससुराल पक्ष ने उन्हें खुशी-खुशी अपने साथ ले लिया।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार ने बताया कि राज्य सरकार हिंसा से पीड़ित महिलाओं को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान करने के लिए महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्रों का संचालन करती है।
ये केंद्र जिले के महिला पुलिस थानों में गैर-सरकारी संस्थाओं के माध्यम से संचालित किए जाते हैं।
हिंसा से पीड़ित महिलाओं को इन केंद्रों में निःशुल्क परामर्श, पुलिस सहायता, मार्गदर्शन, सुरक्षा, चिकित्सा सहायता आदि सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।