आज फतेहपुर में पार्टी कार्यालय के उद्घाटन में मंच से बोलते हुए श्रवण चौधरी ने नन्दकिशोर महरीया और मधुसूदन भिण्डा की तुलना राहु-केतु से कर दी। श्रवण चौधरी ने मंच से कहा कि 2003 से लेकर 2023 तक हर बार फतेहपुर के इन राहु-केतु (बागी नेता) ने बारी-बारी से भाजपा को हराने का काम किया है। चौधरी ने कहा कि फतेहपुर में इस बार चुनाव में भाजपा के 3 कार्यालय नहीं खुलेंगे, बल्कि एक ही कार्यालय खुलेगा। श्रवण चौधरी ने कहा कि 2028 में पार्टी जिसको भी फूल का निशान (टिकट) देगी, मैं उसका सपोर्ट करूंगा। लेकिन कोई बागी अगर खड़ा हुआ तो मैं पार्टी छोड़ दूंगा। उनका इशारा भाजपा के बागी मधुसूदन भिंडा और पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया की ओर था।
कार्यालय उद्घाटन में पहुंचे पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए श्रवण चौधरी ने कहा कि हम कमल के फूल की पूजा करते हैं, भाजपा की पूजा करते हैं। मैं साफ बोलता हूं। जिस तरह मैं चार महीने से आपके साथ हूं, वैसे ही साढ़े 4 साल तक साथ रहूंगा। फतेहपुर में भाजपा का भविष्य क्या होगा। यहां हम 2003 में हारे, 2008 में हारे, 2013 में हारे, 2018 में हारे और 2023 में भी हारे। यहां हमारा न चेयरमैन है, न प्रधान और न ही विधायक। सोशल मीडिया पर ये लोग मुझे गालियां देते हैं। मैं क्या गालियां सुनने के लिए पैदा हुआ हूं। याद रहे श्रीकृष्ण ने शिशुपाल की 100 गालियां सही, फिर उसका वध कर दिया। लोकसभा चुनाव में अगर भाजपा की जीत हुई तो मेरे सिर से हार का कलंक मिट जाएगा। जिसको भाजपा से प्यार है, उसे मेरी बात ठीक लगेगी। बाकी सब सपने होते हैं, अपने तो अपने होते हैं।
श्रवण चौधरी ने बागी नेताओं पर आरोप लगाया कि भाजपा का शोषण कर उसका गलत उपयोग करने वाले लोगों को खत्म करना है। सिर्फ 51 हजार वोटों से काम नहीं चलेगा, 51 लाख वोटों से पार पड़ेगी।
भाजपा प्रवक्ता जानू के भाषण पर हुआ हंगामा
कार्यालय उद्घाटन में पहुंचे भाजपा प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू ने जब बोलना शुरू किया तो हंगामा हो गया। कृष्ण कुमार जानू ने अपने भाषण में श्रवण चौधरी के बयान को अमर्यादित बता दिया। इसके बाद श्रवण चौधरी के समर्थक जानू पर भड़क गए। जानू ने कार्यकर्ताओं को डपटते हुए कहा कि आपके कहने से मैं यहां नहीं बोल रहा हूं बल्कि पार्टी प्रवक्ता की हैसियत से बोल रहा हूं। इस पर मंच के सामने बैठे कार्यकर्ताओं में से किसी ने कहा कि हम आपकी बकवास सुनने यहां नहीं आए हैं। कार्यकर्ताओं की इस बात पर भड़के जानू ने गुस्से में गेट-आउट कह दिया। भाजपा कार्यकर्ता प्रमोद महरिया गुस्से में मंच की ओर बढ़े। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई।
पार्टी लाइन से हट कर बात होगी तो टोकेंगे: जानू
कृष्ण कुमार जानू ने बाद में सफाई दी, उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई मनमुटाव नहीं है। विधानसभा चुनाव (2023) में पुराने कार्यकर्ता, जो पहले पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके हैं, उनके लिए पार्टी में 4 महीने पहले आए श्रवण चौधरी ने टिप्पणी कर दी थी। संगठन का पदाधिकारी होने के नाते उन्हें टोकना मेरी जिम्मेदारी थी। प्रत्याशी शुभकरण चौधरी की मौजूदगी में श्रवण चौधरी में जोश था।
जानू ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि चौधरी को उन नेताओं की पार्टी में वापसी को लेकर आक्रोश है, जिन्होंने 2023 में बागी होकर चुनाव लड़ा। बागी नेताओं को भाजपा में शामिल करना है या नहीं करना है, ये फैसला पार्टी करेगी। यहां से कुछ बागी नेता दो दिन पहले जयपुर गए थे। पार्टी में वापसी का काम अरुण चतुर्वेदी वाली कमेटी देख रही है और जिला स्तर पर ओमेंद्र चारण की कमेटी है। जब ये बागी नेता जयपुर गए तो सीएम चूरू के दौरे पर थे, इसलिए बात नहीं बनी। अब सीएम चित्तौड़ से आएंगे, तब इन नेताओं की घर वापसी पर चर्चा कर फैसला लिया जाएगा। मेरी जिम्मेदारी है कि पार्टी लाइन से बाहर कोई बात करें तो मैं उसे टोकूं।
भाजपा जॉइन करने जयपुर गए थे बागी नेता, बैरंग लौटे
4 दिन पहले (26 मार्च) फतेहपुर से पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया, भाजपा से बगावत कर झुंझुनू से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले राजेंद्र भाम्भू, फतेहपुर से बीजेपी के बागी रहे मधुसूदन भिंडा, पिलानी से बागी रहे कैलाश मेघवाल, जेजेपी युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष प्रतीक महिरया सहित लगभग 2 दर्जन नेता और समर्थक भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने जयपुर स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे थे। कई घंटे इंतजार करने के बाद भी जब वहां किसी बड़े नेता से बागियों की मुलाकात नहीं हुई तो वे वापस लौट गए थे।