नवलगढ़: पुलिस थाना नवलगढ़ ने ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए संदिग्ध मोबाइल नंबरों के आधार पर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस मुख्यालय, राजस्थान जयपुर द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान के तहत प्रतिबिंब पोर्टल पर चिह्नित संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच के बाद पुलिस ने दबिश दी, जिससे यह संगठित ठगी का मामला उजागर हुआ।
गुप्त सूचना से घेरा, फिर एक-एक कर धराए आरोपी
पुलिस टीम ने जब संदिग्धों के ठिकानों पर छापा मारा, तो पांच युवक मौके पर ही पकड़ लिए गए। ये सभी मोबाइल नंबरों और ईएमआई (IMEI) हेरफेर कर साइबर ठगी का नेटवर्क चला रहे थे। पूछताछ और डिजिटल साक्ष्यों की जांच के बाद संदिग्ध पाए गए मोबाइल नंबरों और ईएमआई को ब्लॉक करने की कार्रवाई की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी
- अशोक (20) – निवासी मिलों का बास कैरू, नवलगढ़
- संदीप (28) – निवासी पनलावा, बलारा, सीकर
- रोहित जाग्रत (24) – निवासी अंबेडकर पार्क, नवलगढ़
- रहीस सेवदा (20) – निवासी बड़वासी, नवलगढ़
- असलम (21) – निवासी झांझड, नवलगढ़
संदिग्ध नेटवर्क की पड़ताल जारी
पूछताछ में सामने आया कि राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और गुजरात में फैले संदिग्ध खाताधारकों के जरिए लाखों रुपये का लेन-देन हो रहा था। पुलिस इन खातों की गहन जांच कर रही है।
विशेष टीम ने संभाला मोर्चा
इस ऑपरेशन में पुलिस थाना नवलगढ़ की विशेष टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई—
- सुगनसिंह (थानाधिकारी) – नेतृत्व में छापेमारी
- बाबुलाल (कानि 318) – विशेष भूमिका
- श्रवण (कानि 484) – इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग
- नरेंद्र (कानि 1366) – संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी
- सुभाष (कानि 264) और सुरेंद्र सिंह (कानि 173) – अभियुक्तों की धरपकड़
पुलिस की सख्त चेतावनी
जिला पुलिस उप महानिरीक्षक ने आम जनता से अपील की है कि अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स और संदिग्ध बैंकिंग लेन-देन से सतर्क रहें। पुलिस इस मामले में जल्द ही और बड़े खुलासे कर सकती है।