झुंझुनूं, 22 मई: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के राजकीय बीडीके अस्पताल के पालना गृह में आज सुबह एक नवजात शिशु मिला। यह बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे फिलहाल अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है।
सुबह बज उठा पालना गृह का सायरन:
अस्पताल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जितेन्द्र भांबू ने बताया कि आज सुबह 7:45 बजे अस्पताल के पालना गृह का सायरन बजा। सायरन बजते ही इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सा कर्मी पालना गृह की ओर दौड़ पड़े।
हरे तौलिए में लिपटा मिला नवजात:
पालना गृह पहुंचने पर उन्हें वहां हरे तौलिए में लिपटा एक नवजात शिशु मिला। जिसे तुरंत उठाकर प्राथमिक उपचार दिए गए।
नवजात का स्वास्थ्य:
नवजात का इलाज कर रहे डॉ विजय झाझड़िया ने बताया कि यह बच्चा मेल चाइल्ड है। उसे एनआईसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है। बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है, लेकिन जब उसे पाया गया तो उसे थोड़ी डिहाइड्रेशन की समस्या थी।
चार दिन पहले हुआ था जन्म:
डॉ झाझड़िया ने बताया कि नवजात का जन्म करीब चार दिन पहले ही हुआ था। बच्चे के हाथ-पैरों पर क्लैंप लगे हुए थे और वह हरे तौलिए में लिपटा हुआ था। जिसके आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उसका जन्म अस्पताल में ही हुआ है।

डिलीवरी के बाद छोड़ा गया पालना गृह में:
ऐसा लगता है कि जन्म देने के बाद ही परिजन उसे पालना गृह में छोड़ गए थे। नवजात का वजन 2 किलो 396 ग्राम है।
अस्पताल प्रशासन ने दी पुलिस और बाल कल्याण समिति को सूचना:
इस मामले में फिलहाल अस्पताल प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस और बाल कल्याण समिति की टीम को भी सूचना दे दी है।
बच्चे के भविष्य को लेकर अनिश्चितता:
यह घटना एक बार फिर से समाज में अवांछित बच्चों की समस्या को उजागर करती है। नवजात शिशु का भविष्य अब बाल कल्याण समिति के हाथों में है।