नई दिल्ली: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं, और भारत की चुनाव प्रणाली एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है। देश में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के इस्तेमाल से मतदान और मतगणना की तेज प्रक्रिया ने दुनिया का ध्यान खींचा है। इस बार, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने भारत की चुनाव प्रणाली की सराहना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से इसकी तुलना की है।
मस्क ने भारत की प्रणाली को सराहा
एलॉन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “भारत ने एक दिन में 640 मिलियन यानी 64 करोड़ वोटों की गिनती पूरी कर ली, जबकि अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में अभी भी मतगणना चल रही है।”
उनकी यह टिप्पणी अमेरिका में हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में आई, जहां बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान हुआ था। यह चुनाव 5-6 नवंबर को आयोजित हुआ था, लेकिन कैलिफोर्निया सहित कुछ अन्य राज्यों में अब तक वोटों की गिनती जारी है।
Tragic https://t.co/K7pjfWhg6D
— Elon Musk (@elonmusk) November 24, 2024
अमेरिका में मतगणना प्रक्रिया धीमी
अमेरिका में चुनाव प्रक्रिया बैलेट पेपर पर आधारित है, जिससे मतगणना में अधिक समय लगता है। इस बार भी, चुनाव परिणाम घोषित होने में कई दिन लग गए। कैलिफोर्निया जैसे बड़े राज्य में अब तक मतगणना पूरी नहीं हुई है।
इसके विपरीत, भारत में ईवीएम का इस्तेमाल मतदान और मतगणना प्रक्रिया को तेज और अधिक पारदर्शी बनाता है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान, भारत ने एक ही दिन में 64 करोड़ से अधिक मतों की गिनती पूरी कर दी थी। यह विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जिसे दुनियाभर में सराहना मिली है।
ईवीएम पर मस्क की मिली-जुली राय
हालांकि, एलॉन मस्क ने कुछ समय पहले ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि ईवीएम को इंसानों या कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) द्वारा हैक किए जाने का खतरा है। उन्होंने सुझाव दिया था कि चुनावों में अधिक सुरक्षित और पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
भारत की चुनाव प्रणाली का महत्व
भारत की चुनाव प्रणाली न केवल विश्व की सबसे बड़ी है, बल्कि यह अपनी पारदर्शिता और गति के लिए भी प्रसिद्ध है। ईवीएम के इस्तेमाल से न केवल मतगणना तेज होती है, बल्कि यह प्रक्रिया को अधिक सटीक भी बनाता है।