नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी यात्रा पर 29 और 30 मई को पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और उत्तर प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, साथ ही कई महत्वपूर्ण जनसभाओं को संबोधित भी करेंगे।
बंगाल और सिक्किम दौरा: पूर्वोत्तर को बड़ी सौगात
प्रधानमंत्री मोदी 29 मई को सबसे पहले सिक्किम की राजधानी गंगटोक पहुंचेंगे, जहां वे राज्य की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेंगे। इसके पश्चात वे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार पहुंचेंगे, जहां वह 1,010 करोड़ रुपये की लागत वाली शहर गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखेंगे।

मुख्य बिंदु:
- अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में सीजीडी परियोजना
- 2.5 लाख से अधिक घरों को पीएनजी आपूर्ति का लक्ष्य
- 100+ व्यावसायिक प्रतिष्ठान और उद्योग लाभान्वित होंगे
- लगभग 19 सीएनजी स्टेशनों का उद्घाटन
बिहार दौरा: ऊर्जा, अवसंरचना और जनसमर्थन का संगम
प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार शाम को पटना पहुंचेंगे, जहां वे नवनिर्मित पटना हवाईअड्डा टर्मिनल का उद्घाटन और बिहटा हवाईअड्डा का शिलान्यास करेंगे। इसके पश्चात पीएम मोदी पटना हवाईअड्डा से लेकर आयकर गोलंबर तक चार किलोमीटर लंबे रोड-शो में भाग लेंगे।
शुक्रवार, 30 मई:
- बिक्रमगंज, रोहतास में विशाल जनसभा
- नवीनगर सुपर ताप विद्युत परियोजना (दूसरा चरण) का शिलान्यास
- 50,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
- परियोजना से बिहार को 1500 मेगावाट बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित
उत्तर प्रदेश दौरा: सैन्य पराक्रम और मेट्रो विस्तार
बिहार दौरे के बाद प्रधानमंत्री 30 मई को ही कानपुर पहुंचेंगे। यहां उनका दौरा “ऑपरेशन सिंदूर” की सैन्य झलक के साथ एक राष्ट्रवादी संदेश भी देगा। कानपुर के सीएसए विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ऊर्जा और ट्रांसपोर्ट से संबंधित बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

महत्वपूर्ण परियोजनाएं:
- कानपुर मेट्रो परियोजना (47,664 करोड़ रुपये)
- घाटमपुर नेयवेली पावर प्लांट की यूनिट
- पनकी, खुर्जा (बुलंदशहर), ओबरा (सोनभद्र), जवाहरपुर (एटा) पावर प्लांट
- नोएडा में तीन विद्युत सबस्टेशन
- कुल 15 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास (पहले 12 थीं, तीन और जोड़ी गईं)
राष्ट्रीय विकास को गति देने वाली यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा चार प्रमुख राज्यों को बड़ी सौगात देने वाली साबित हो रही है। एक ओर जहां ऊर्जा, परिवहन और गैस आपूर्ति जैसी आधारभूत संरचनाओं को मजबूती दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर इन परियोजनाओं से लाखों लोगों को रोजगार और सुविधाएं भी प्राप्त होंगी।